दलितों के नाम से संगठन चलाने वाले, तुष्टिकरण एवं वोट बैंक की राजनीति करते हैं- गोठवाल
दलितों के नाम से संगठन चलाने वाले, तुष्टिकरण एवं वोट बैंक की राजनीति करते हैं- गोठवाल

दलितों के नाम से संगठन चलाने वाले, तुष्टिकरण एवं वोट बैंक की राजनीति करते हैं- गोठवाल

जयपुर, 13 अगस्त (हि.स.)। कर्नाटक में हो रहे धार्मिक उन्माद को लेकर भाजपा के प्रदेश मंत्री व पूर्व संसदीय सचिव एवं पूर्व विधायक जितेन्द्र गोठवाल ने एक ओर शान्ति की अपील की, वहीं दूसरी ओर दलित चिंतक व दलितों के नाम का मुखौटा ओढ़कर राजनीति करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अब क्यों उनकी जुबान बंद है। उन्होंने कहा कि दलितों के साथ खड़े होने का दावा करने वाली बसपा, भीम सेना और कांग्रेस अब कहां गए। गोठवाल ने मांग करते हुए कहा कि मंत्री के रिश्तेदार ने गलत किया वो गिरफ्तार हो गया है। कानून अपना काम करेगा मगर वहां पर दलित परिवारों के साथ में जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई कौन करेगा? उन्होंने कहा कि इससे यह साबित हो गया है कि जो भी दलितों के नाम से संगठन चला रहे हैं, वो केवल तुष्टिकरण तथा वोट बैंक की राजनीति कर रहे है। गोठवाल ने कहा कि बसपा, भीम सेना, कांग्रेस की चुप्पी यह साबित कर रही है कि ये केवल मात्र दिखावा करते है, इन्हें दलितों और उनके हितों की कोई चिंता नहीं है। जबकि मुस्लिम समाज अक्सर हिन्दुस्तान में रह कर भी दलित समाज का शोषण करता है। उन्होंने कहा कि इस बात का आक्रोश केवल बंगलुरु में ही नहीं अपितु पूरे देश में देखने को मिल रहा है। जिस प्रकार अलवर में गौ-तस्करी के शक में पीट-पीटकर पहलू खां की हत्या करने के आरोपी न्यायालय से बरी हो गये और पहलू खां के दो बेटों के खिलाफ मॉब लिंचिंग का केस लगाकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार जो दलित एवं बहुसंख्यक समाज की हितैषी होने का ढोंग कर रही है, ऐसी दोगली राजनीति करने वाले लोगों के खिलाफ दलित समाज सड़कों पर आकर घोर विरोध करेगा। हिन्दुस्थान समाचार/ ईश्वर/संदीप-hindusthansamachar.in

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