जेएनवीयू का भूगोल विभाग बना आईआईआरएस-इसरो का नोडल सेंटर
जेएनवीयू का भूगोल विभाग बना आईआईआरएस-इसरो का नोडल सेंटर

जेएनवीयू का भूगोल विभाग बना आईआईआरएस-इसरो का नोडल सेंटर

जोधपुर, 04 अगस्त (हि.स.)। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर का भूगोल विभाग अब देहरादून स्थित भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान-इसरो से जुड़ गया है। आईआईआरएस ने ऑनलाइन आउटरिच कार्यक्रमों के लिए जेएनवीयू के भूगोल विभाग को नेटवर्क संस्थान के रूप में नोडल सेंटर बनाया है। विभागाध्यक्ष प्रो. जयसिंह राठौड़ ने बताया कि इससे विश्वविद्यालय से जुड़े तमाम विद्यार्थियों, शोधार्थियों, शिक्षकों को ऑनलाइन आउटरिच कार्यक्रमों के माध्यम से सुदूर संवेदन एवं भौगोलिक सूचना प्रणाली तकनीक को जानने एवं समझने का अवसर मिलेगा। इसरो ने आउटरिच कार्यक्रमों के लिए भूगोल विभाग को चुना है। इसरो ने भूगोल विभाग में कार्यरत डॉ. ओम प्रकाश को इस नोडल सेंटर का समन्वयक नियुक्त किया है। डॉ. ओम प्रकाश ने इससे पूर्व आईआईआरएस-इसरो से देहरादून में दो माह का प्रशिक्षण प्राप्त किया था। नोडल सेंटर से समन्वयक डॉ. ओम प्रकाश ने बताया कि मार्च में नेटवर्क संस्थान के रूप में आईआईआरएस-इसरो में पंजीकृत होने के बाद लॉकडाउन से अब तक भूगोल विभाग नोडल केन्द्र द्वारा सात ऑनलाइन पाठ्यक्रमों का सफलतापूर्वक संचालन किया गया। इन ऑनलाइन पाठ्यक्रमों में 317 प्रतिभागी पंजीकृत हुए। इसी माह से 20 सप्ताह के सबसे बड़े ऑनलाइन कोर्स सहित दो अन्य कोर्स के लिए अब तक 207 प्रतिभागी पंजीकृत हो चुके हैं। सम्पूर्ण पाठ्यक्रम ऑनलाइन संचालित होता है। उपस्थिति भी निश्चित समय पूरा होने पर ऑनलाइन लगती है। कोर्स पूरा होने पर ऑनलाइन परीक्षा आयोजित होती है जिसमें सफल होने पर आईआईआरएस-इसरो एवं समन्वयक द्वारा प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाता है। कोर्स से जुडऩे के लिए प्रतिभागी आईआईएसआर-इसरो की अधिकारिक वेबसाइट से विश्वविद्यालय को नोडल सेंटर के रूप में चुनते हुए कोर्स के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप-hindusthansamachar.in

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