छह बांधों से पानी की निकासी, सम्बद्ध नदियों में हिलोरें ले रहा बरसाती पानी
छह बांधों से पानी की निकासी, सम्बद्ध नदियों में हिलोरें ले रहा बरसाती पानी

छह बांधों से पानी की निकासी, सम्बद्ध नदियों में हिलोरें ले रहा बरसाती पानी

जयपुर, 31 अगस्त (हि.स.)। मध्यप्रदेश और राजस्थान में हो रही बारिश से पांच जिलों के 6 बांधों के गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। इन बांधों से सोमवार को भी जल निकासी की गई। सोमवार को झालावाड़ के कालीसिंध बांध के 9 गेट से 868 क्यूसेक पानी निकाला गया। चंबल नदी पर बने गांधीसागर बांध के 16 गेट खोलने से उसके बहाव क्षेत्र में आने वाले कोटा बैराज के 8 गेट से 120465.40 क्यूसेक, कोटा जिले के ही जवाहरसागर बांध के 7 गेट से 165960.45 क्यूसेक, चित्तौडग़ढ़ के राणा प्रताप सागर बांध के 6 गेट से 127277.54 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बांसवाड़ा के माही बजाज सागर बांध के 6 गेट से 161122.53 क्यूसेक तथा डूंगरपुर के सोम कमला अम्बा बांध के 4 गेट से 23910.31 क्यूसेक पानी की निकासी की गई। मध्यप्रदेश में हो रही अच्छी बारिश के बाद राजस्थान की पार्वती और परवन नदी उफान पर हैं। इसके चलते बारां में नेशनल हाइवे, मेगा हाइवे सहित स्थानीय सडक़ें भी बाधित हो गई हैं। नदी के तटीय इलाके में कई गांव टापू बन गए हैं। लोगों की आवाजाही बंद है। सोमवार को बारां के समीप हनोतिया में फंसे 4 विद्यार्थियों छात्रा प्रियंका बैरवा, ज्योति बैरवा, रविकांत बैरवा, रोहित बैरवा का रेस्क्यू कर उन्हें बीएसटीसी की परीक्षा के लिए छीपाबडौद, कवाई, अंता और बारां भिजवाया गया। जैसलमेर में बीती रात से हो रही बारिश के कारण कई बरसाती नदी-नालों में उफान आ गया है। स्वर्ण नगरी का प्रसिद्ध गड़ीसर तालाब लबालब हो गया है। यहां काक नदी बह निकली है। मारवाड़ की मरु गंगा नाम से विख्यात लूणी नदी में पानी आना शुरू हो गया है। समदड़ी के निकट लूणी नदी में आज सुबह पानी पहुंच गया। पाली क्षेत्र में हुई अच्छी बारिश के बाद लूणी की सहायक नदियों में हुई पानी की आवक से लूणी में भी पानी आ गया है। जोधपुर के शेरगढ़ में सबसे अधिक 9 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। इस कारण कस्बे में एक बार बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। राज्य में हाल ही में कई जिलों में मानसून की मेहरबानी के बाद अब प्रदेश औसत रूप से सामान्य बारिश वाली श्रेणी में आ गया है। मौसम विभाग की ओर से एक सितंबर को राज्य के करीब 13 जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बरसात की संभावना जताई गई है। राज्य में मानसून अवधि में अब तक 439.29 एमएम बारिश की तुलना में औसत रूप से 446.58 एमएम बारिश हो चुकी है। इस तरह से राज्य में अब तक सामान्य से 1.65 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है। पिछले साल मानसून सीजन में 31 अगस्त तक 589.11 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। मौसम विभाग ने एक सितंबर को राज्य के जिन 13 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है, उनमें अजमेर, सीकर, सिरोही, टोंक, झुंझुनूं, बीकानेर, चूरू, नागौर, जैसलमेर, जोधपुर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर शामिल है। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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