कोरोना से होने वाली मृत्युदर को शून्य पर लाने के प्रयास किए जाएंगे- चिकित्सा मंत्री
कोरोना से होने वाली मृत्युदर को शून्य पर लाने के प्रयास किए जाएंगे- चिकित्सा मंत्री

कोरोना से होने वाली मृत्युदर को शून्य पर लाने के प्रयास किए जाएंगे- चिकित्सा मंत्री

जयपुर, 08 अगस्त (हि.स.)। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश में कोरोना की मृत्युदर में तेजी से गिरावट आ रही है। जहां प्रदेश में एक समय 2.34 मृत्युदर थी वहीं अब यह 1.5 फीसद तक आ चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना से होने वाली मृत्युदर को शून्य पर लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। डॉ. शर्मा ने कहा कि प्रदेश में व्यापक स्तर पर जांचें की जा रही हैं, यही वजह है कि पॉजिटिव्स की तादात में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। जितना जल्दी हम पॉजिटव्स की पहचान कर सकेंगे उतनी ही जल्द कोरोना के प्रसार को नियंत्रित कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि विभाग ने प्रतिदिन 45 हजार से ज्यादा जांचें प्रतिदिन करने की क्षमता विकसित कर ली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव्स से नेगेटिव होने का रेशो भी अन्य प्रदेशों की तुलना में खासा बेहतर है। प्रदेश में 80 प्रतिशत तक मरीज पॉजिटिव्स से नेगेटिव हुए हैं। वर्तमान में 70 से 80 प्रतिशत मरीज समुचित उपचार के जरिए दुरुस्त होकर घर पहुंच रहे हैं। आरटीपीसीआर है खरा टेस्ट चिकित्सा मंत्री ने कहा कि अब तक आरटीपीसीआर टेस्ट ही खरा साबित हुआ है। आईसीएमआर द्वारा सुझाए एंटीजन टेस्ट पॉजिटिव को नेगेटिव और नेगेटिव को पॉजिटिव बता रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार केंद्र सरकार से एंटीजन किट की लगातार मांग कर ही है लेकिन केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध नहीं कराए गए। उन्हें डर है कि कहीं एंटीजन टेस्ट का भी हाल रैपिड टेस्टिंग किट जैसा ना हो, जिसे राजस्थान द्वारा खारिज किए जाने पर पूरे देश भर में प्रतिबंध लगाना पड़ा था। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा विदेशी कंपनियों से कोरोना जांच की सुविधा लेना जान जोखिम में डालना जैसा है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 40 हजार की लागत के जीवनरक्षक इंजेक्शन (टोसिलीजूमेब व रेमडीसीविर) भी आमजन को मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल के जरिए निशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं। प्रदेश में अब तक 100 से ज्यादा मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी दी जा चुकी है। इसका शत-प्रतिशत परिणाम रहा है। जयपुर, जोधपुर, कोटा के बाद उदयपुर और बीकानेर में भी प्लाज्मा थेरेपी के जरिए लोगों को जीवनदान दिया जा रहा है। अजमेर में भी शीघ्र ही प्लाज्मा थेरेपी से इलाज मिलने लगेगा। डॉ. शर्मा ने कहा कि कोई नहीं जानता कि कोरोना कब खत्म होगा, कब इसकी दवा या इंजेक्शन आएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना को सर्तकता, सजगता और जागरूकता से ही हराया जा सकता है। राज्य सरकार पिछले एक महीने से प्रदेश भर में जागरूकता अभियान चला रही है। हिन्दुस्थान समाचार/ ईश्वर/संदीप-hindusthansamachar.in

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