कोरोना प्रबंधन को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. पूनियां ने मुख्यमंत्री को दिये सुझाव
कोरोना प्रबंधन को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. पूनियां ने मुख्यमंत्री को दिये सुझाव

कोरोना प्रबंधन को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. पूनियां ने मुख्यमंत्री को दिये सुझाव

जयपुर, 26 सितम्बर (हि.स.)। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने वर्चुअल संवाद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कोरोना प्रबंधन से संबंधित विभिन्न सुझाव दिये। डॉ. सतीश पूनियां ने कहा कि, इस समय मनोवैज्ञानिक वातावरण थोड़ा भय का है, लोग जांच से भी डरते हैं, अस्पताल जाने से भी डरते हैं, सामान्य जागरुकता को दोबारा से दोहराने की आवश्यकता, सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क एवं सैनेटाइजर के उपयोग के लिये जागरुकता अभियान चलाने की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से युद्धस्तर पर जनप्रतिनिधि लोगों के बीच में सैनेटाइजर मशीनों के माध्यम से भरोसा पैदा कर रहे थे, अब मुझे लगता है कि जागरूकता के लिये स्वयंसेवी संगठनों को इसमें शामिल करना चाहिये, जैसे मुम्बई के धारावी जैसी बड़ी बस्ती में स्वयंसेवी संगठनों ने टेस्टिंग की, जिसके अच्छे परिणाम सामने आये, सरकार एवं भामाशाहों ने पीपीई किट उपलब्ध करवाये, जिससे टेस्टिंग बढ़ी और संक्रमण को रोकने में कामयाबी मिली। उन्होंने कहा कि, होम आइसोलेशन व्यवस्था को व्यवस्थित करने पर राज्य सरकार को ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने उदाहरण देते हुये कहा कि, अहमदाबाद की एक रिपोर्ट के अनुसार एक हजार गाड़ी हायर की गईं, जिसमें प्रत्येक गाड़ी में एक डॉक्टर्स, एक नर्स, एक कम्पाउंडर, एक सहायक, ये बिना खौफ के लोगों की कॉल पर टेस्टिंग करते हैं, इसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं, सुबह-शाम देखभाल करते हैं, यह डेडिकेटेड टीमें चिन्हित इलाकों में जाकर लोगों की चिकित्सकीय देखभाल करती हैं। ऐसे में राजस्थान में भी कोरोना के बारे में अभी भी व्यापक जागरूकता अभियान की जरूरत है। डॉ. पूनियां ने कहा कि, निजी अस्पतालों में आमजन के इलाज को सुगम बनाने को लेकर सुझाव दिये कि, निजी अस्पतालों की अपनी समस्या है और मरीजों की अपनी समस्या है, इसलिए दोनों की समुचित व्यवस्था हो, कोई समाधान निकले, अस्पतालों की सुरक्षा सुनिश्चित हो, पिछली योजनाओं की बकाया राशि का भुगतान हो इत्यादि। उन्होंने कहा कि, प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की मांग एवं आवश्यकता लगातार बढ़ रही है, विगत महीने 4200 सिलेंडर से 8000 बढ़ गई और लक्षित मांग 11000 है तो सरकार को चाहिए कि इसकी उचित व्यवस्था करवाएं। सरकारी एवं निजी अस्पतालों में बेड, आइसीयू, ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर की उपलब्धता एवं दरें जारी कर प्रकाशित करके उसको सख्ती से लागू करवाना चाहिए। हेल्पलाइन 181 की व्यवस्था की समीक्षा करने, सहज सुलभ और सुदृढ़ करना चाहिए, जिससे लोगों का और भी भरोसा बढ़ेगा। हिन्दुस्थान समाचार/ ईश्वर/संदीप-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in