कोरोना नियंत्रण में अन्य राज्यों के मुकाबले राजस्थान बेहतर -मुख्यमंत्री
कोरोना नियंत्रण में अन्य राज्यों के मुकाबले राजस्थान बेहतर -मुख्यमंत्री

कोरोना नियंत्रण में अन्य राज्यों के मुकाबले राजस्थान बेहतर -मुख्यमंत्री

जयपुर, 26 सितम्बर(हि.स.)। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में सभी वर्गों की अहम भूमिका रही है। जनप्रतिनिधियों, विभिन्न दलों के नेताओं, एनजीओ, सामाजिक कार्यकर्ताओं, धर्मगुरूओं, भामाशाहों एवं कोरोना वारियर्स की मदद से राज्य सरकार को प्रदेश में कोरोना संक्रमण को काफी हद तक काबू में रखने में सफलता मिली है, साथ ही कोरोना से मृत्युदर भी न्यूनतम रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ इस जंग में लोगों का जीवन बचाने और उनकी आजीविका बचाने में पूरा प्रदेश एकजुट रहा एवं सभी का सहयोग मिला। आगे भी कोरोना के खिलाफ यह लड़ाई सभी मिलकर लड़ेंगे। गहलोत शनिवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं एवं स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों से कोरोना महामारी को लेकर अभी तक उठाए गये कदमों पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने सभी दलों के नेताओं एवं स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों से सुझाव भी मांगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कोरोना प्रबंधन काफी अच्छा रहा है। महामारी नियंत्रण के विभिन्न मापदंडों पर अन्य राज्यों के मुकाबले प्रदेश काफी बेहतर स्थिति में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से जनप्रतिनिधियों, आमजन एवं विभिन्न संगठनों की ओर से बढ़ते हुए संक्रमण पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों ने पूर्व में सप्ताह में दो दिन लाकडाउन लगाया था। लेकिन भारत सरकार का कहना है कि सप्ताह में दो दिन का लाकडाउन संक्रमण रोकने के लिए उपयोगी नहीं है। पूर्व में लंबा लाकडाउन लगने से रोजमर्रा के काम कर आजीविका चलाने वालों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि संक्रमण रोकने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश के 11 शहरों में धारा 144 लागू कर पांच से अधिक व्यक्तियों के इकट्ठा होने पर रोक लगाई है। चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन बेड, वेन्टीलेटर एवं आइसीयू बेड उपलब्ध हैं। शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने प्रभावी जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत पर बल दिया। वीसी के दौरान जनप्रतिनिधियों के कई महत्वपूर्ण सुझाव आए। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना सख्ती से करवाने, मास्क को अनिवार्य करने तथा समाज के प्रभावी लोगों को जागरूकता अभियान से जोड़ने के संबंध में सुझाव दिए। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से प्रभावी जागरूकता अभियान चलाने एवं निजी अस्पतालों को उचित दरों पर इलाज करने के लिए पाबंद करने के संबंध में सुझाव दिए। बीटीपी के अध्यक्ष वेलाराम घोघरा ने जनजाति बहुल क्षेत्रों में कोरोना को लेकर जागरूकता पैदा करने में सामाजिक संगठनों को साथ लेने तथा लाकडाउन के दौरान आए प्रवासियों के लिए रोजगार की समुचित व्यवस्था करने संबंधी सुझाव दिए। सीपीएम के बलवान पूनियां ने कोविड सेन्टर्स में भर्ती मरीजों को काउंसलिंग सुविधा उपलब्ध कराने, सीपीआई के डी.के. छंगाणी एवं श्री नरेन्द्र आचार्य ने लोगों में भय का माहौल दूर करने के लिए मोहल्ला समितियों के सहयोग से जागरूकता फैलाने का सुझाव दिया। आरएलपी के विधायक पुखराज गर्ग सहित अन्य नेताओं ने भी सुझाव दिए। हिन्दुस्थान समाचार/संदीप / ईश्वर-hindusthansamachar.in

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