कोरोना काल में फीका रहेगा जन्माष्टमी का रंग,  लेकिन कन्हैया का होगा श्रृंगार
कोरोना काल में फीका रहेगा जन्माष्टमी का रंग, लेकिन कन्हैया का होगा श्रृंगार

कोरोना काल में फीका रहेगा जन्माष्टमी का रंग, लेकिन कन्हैया का होगा श्रृंगार

अलवर, 11 अगस्त (हि.स.)। जिले में कोरोना के इस बार 12 अगस्त को मनाई जाने वाली कृष्ण जन्माष्टमी का रंग फीका रहेगा। मंदिरों में साधारण तरीके से कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। भजन संध्या और सांस्कृतिक कार्यक्रम इस बार मंदिरों में आयोजित नहीं होंगे। कृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिरों में भगवान कृष्ण की सजाई जाने वाली झांकियां भी इस बार नहीं निकली जाएगी। मंदिरों में प्रवेश पर रोक होने के कारण लोग घरों में ही जन्माष्टमी मनाएंगे। पंडित यज्ञ दत्त शर्मा ने बताया कि 11 अगस्त को 12 बजकर 57 मिनट से 12 अगस्त को रात 3बजकर 26मिनट तक कृतिका नक्षत्र है। 12 अगस्त बुधवार को भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को भगवान कृष्ण के जन्म के समय रात 12 बजे कृतिका नक्षत्र रहेगा। फेसबुक पर लाइव प्रसारण होगा जन्माष्टमी का काला कुआं स्थित वेंकटेश बालाजी धाम मंदिर में जन्माष्टमी कार्यक्रम होगा। इस दौरान भगवान लड्डू गोपाल की प्रतिमा का अभिषेक, श्रृंगार व प्रवचन के बाद आरती होगी। सुदर्शनाचार्य महाराज ने बताया कि मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक के कारण कार्यक्रम का फेसबुक पर सीधा लाइव प्रसारण दिखाया जाएगा। नहीं होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम और दही हांडी प्रतियोगिता हर वर्ष कृष्ण जन्माष्टमी पर जिले के प्रमुख मंदिरों सहित गली, मोहल्लों में भी दही हांडी प्रतियोगिता का आयोजन श्रद्धालुओं द्वारा किया जाता है। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते दही हांडी प्रतियोगिता का आयोजन नहीं होगा। हर वर्ष जन्माष्टमी पर जिलेभर में मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं के विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। लेकिन इस बार मंदिरों में भगवान को नई पोशाक पहनाई जाएगी। इसके अलावा आरती व प्रसाद वितरण होगा। लेकिन सांस्कृतिक कार्यक्रम कहीं भी आयोजित नहीं होंगे। हिन्दुस्थान समाचार/ मनीष बावलिया/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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