इंदिरा रसोई में अब दो बजे तक मिल सकेगा भोजन, दो थाली भी ले सकेगा लाभार्थी
इंदिरा रसोई में अब दो बजे तक मिल सकेगा भोजन, दो थाली भी ले सकेगा लाभार्थी

इंदिरा रसोई में अब दो बजे तक मिल सकेगा भोजन, दो थाली भी ले सकेगा लाभार्थी

जयपुर, 02 सितम्बर (हि. स.)। प्रदेश में कोई भूखा न सोए की तर्ज पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से पिछले दिनों जरूरतमंदों को सस्ता भोजन उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई इंदिरा रसोई योजना में रोजाना दोपहर 2 बजे तक भोजन मिल सकेगा। पहले यह समय 1 बजे तक ही नियत था। इसी के साथ अब लाभार्थी की मांग पर उसे भोजन की दो थाली दी जा सकेगी। पहले एक व्यक्ति को एक ही थाली देने का प्रावधान किया गया था। स्वायत शासन विभाग के शासन सचिव भवानी सिंह देथा ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। स्वायत्त शासन विभाग के संशोधन में दोपहर के भोजन की अवधि एक घंटे बढ़ाई गई है, वहीं लंच और डिनर की थालियों का आपस में समायोजन भी किया गया है। भोजन करने वाला व्यक्ति दो थालियां भी ले सकेगा। असल में, दोपहर के भोजन का समय सुबह साढ़े आठ से दोपहर एक बजे तक तय किया गया था, लेकिन अब यह दोपहर दो बजे तक मिल सकेगा। क्योंकि, प्रदेश के कई जिलों में काफी जरूरतमंद दोपहर का भोजन करने के लिए एक बजे के बाद ही पहुंच पा रहे हैं। जनप्रतिनिधियों की मांग पर अब भोजन मिलने की अवधि में यह बदलाव किया गया है। प्रदेश में दोपहर का भोजन करने वाले कम और रात का भोजन करने वाले लोग अधिक हैं। ऐसे में दोपहर के भोजन की शेष बची थालियों को रात के भोजन में समायोजित किया जाएगा, ताकि रात के वक्त ज्यादा जरूरतमंद भोजन कर सके। अभी तक प्रति लाभार्थी को एक थाली भोजन देने का प्रावधान था, लेकिन अब भोजन करने वाला व्यक्ति दो थालियां ले सकेगा। योजना के तहत नगर निगम क्षेत्र में लंच में 300 और डिनर में 300 थाली रोजाना का प्रावधान किया गया है, जबकि नगरपालिका और नगर परिषद क्षेत्र में यह संख्या 150-150 है। इंदिरा रसोई योजना के तहत लाभार्थियों को आठ रुपये की दर से दोपहर और रात का भोजन दिया जाता है। जरूरतमंदों को भोजन मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार ने 20 अगस्त से प्रदेश के 213 शहरों पर इंदिरा रसोई योजना की शुरुआत की थी। सुबह और शाम दोनों वक्त आठ-आठ रुपये में साधारण भोजन 213 शहरों में 358 जगहों पर मिल रहा है। हर थाली में 100 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी, 250 ग्राम चपाती (रोटी) और अचार परोसा जा रहा है। जिला स्तरीय समितियों को समय-समय पर खाने की गुणवत्ता की जांच करने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई हैं। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in