आर्थिक क्षेत्र में प्रदेश पिछड़ा, क्राइम व भ्रष्टाचार में अव्वल: राठौड़
आर्थिक क्षेत्र में प्रदेश पिछड़ा, क्राइम व भ्रष्टाचार में अव्वल: राठौड़

आर्थिक क्षेत्र में प्रदेश पिछड़ा, क्राइम व भ्रष्टाचार में अव्वल: राठौड़

जोधपुर, 17 दिसम्बर (हि.स.)। राजस्थान विधानसभा के प्रतिपक्ष के उप नेता और पूर्व मंत्री राजेन्द्रसिंह सिंह राठौड़ ने कहा कि दो साल के कांग्रेस पार्टी के शासन में प्रदेश ने आर्थिक और सामुदायिक क्षेत्र में विकास करने की बजाए अपराधों और भ्रष्टाचार के क्षेत्रों में प्रदेश को अव्वल स्थान पर लाने में सफल रही। वो गुरुवार को जोधपुर प्रवास पर पत्रकारों से रूबरू हो रहे थे। प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्रसिंह राठौड़ ने बताया कि दो साल के कार्यकाल में चुनाव जिताने वाले पार्टी के मुखिया के विद्रोह के चलते 34 दिन तक सरकार के मंत्री और विधायक पुलिस के पहले में पांच सितारा होटलों में कैद रहने को मजबूर हुए। उन्होंने बताया कि इस दौरान प्रदेश में कानून व्यवस्था जर्जर हो गई और आर्थिक हालात बिगडऩे से आर्थिक आपातकाल लागू हो गया। उन्होंने बताया कि नेशनल क्राइम ब्यूरो के आकंड़ों में प्रदेश ने काफी इजाफा किया जिसमें प्रदेश में 21.4 प्रतिशत अपराध बढ़े जबकि राजधानी में 30.7 प्रतिशत अपराध बढऩे। इस दौरान महिला दुष्कर्म के आंकड़ों में भी बढ़ोतरी हुई है और हालात यह है कि बहू बेटिया सुरिक्षत नहीं है। उन्होंने कहा कि एकतरफ यह हालात है तो जूसरी तरफ पुलिस के आला अधिकारी इन अपराधों के बाद थाने में रिपोर्ट देने वाली बहन बेटियों पर ही आरोप लगाते है कि बलात्कार के झूठे मुकदमे दर्ज कराना एक परम्परा बन गई है। किसान विरोधी यह सरकार: राठौड़ ने सरकार पर आरोप लगाया कि जहां एक तरफ सरकार ने किसानों के ऋण माफी के दावे किए थे लेकिन उन्ही किसानों को राहत देने की बजाये बिजली की दरो में बढ़ोतरी करके उनकी कमर तोडऩे का प्रयास किया। दूसरी तरफ सरकार ने चुनाव के दौरान बेरोजगारी भत्ता देने और रोजगार के साधन बढ़ाने के दावे किये वो भी इस दो साल के कार्यकाल में ढाक के तीन पात नजर आए। गरीबों की पेंशन रोकी: उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां सरकार के मुखिया किसी को भूखा नहीं सोने देने के स्लोगन का प्रचार कर रहे है तो दूसरी तरफ बेरोजगारों और गरीबों की पेंशन पर रोक लगा रखी है। जबकि केन्द्र सरकार की ओर से दी गई सहायता को भी पूरी तरह से जरूरत मंदो तक पहुंचाने में सफल नहीं हो सकी। प्रदेश में भी बिगड़ी कानून व्यवस्था का आलम यह है कि हर थाने में अपराधिक तत्वों की ओर से बंधी का खेल चल रहा है और उसमे बजरी माफिया तो अब बे-धडक़ होकर पुलिस पर हमला भी करने से नहीं चुक रहे है। राज्य सरकार ने वेट नहीं घटाया: राठौड़ ने पैट्रोल डीजल और बिजली की दरो में हुई बढ़ोतरी को लेकर मुद्दा बनाते हुए कहा कि केन्द्र सरकार ने अंतराष्ट्रीय बाजार में कीमतें बढऩे पर दरें बढायी लेकिन सरकार ने राहत देने के लिये कभी भी वेट को कम करने की कोशिश करने की बजाए उसे निरंतर बढ़ाया और इसी प्रकार बिजली के बिलों में बढोतरी का जो करंट दौड़ाया उससे आमजन और किसान तथा उधोगपति काफी परेशान है। आर्थिक पैकेज का सही उपयोग नहीं: राठौड़ ने कहा कि कोराना काल के दौरान बिगड़ी आर्थिक हालत को सुधारने के लिये जहां केन्द्र सरकार ने उनको राहत दी उसका भी उपयोग सही ढंग से नहीं किया जिसके चलते दो साल से विकास कार्यों पर पूर्णतया विराम लग रहा है और सरकार बजट का आंशिक राशि भी विकास मद पर खर्च नहीं कर पा रही है और वो राशि वेतन भत्तों और अन्य मदो में खर्च की जा रही है। किसानों को कर रही गुमराह: किसान आंदोलन पर राठौड़ ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से किसानों के हितार्थ लाए गए बिल में उनका आर्थिक स्तर सुधारने के प्रयास जाएंगे मगर इन बिलों की भूमिका रखने वाली कांग्रेस पार्टी आज किसानों को गुमराह करके आंदोलन को मजबूत कर रही है। हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप-hindusthansamachar.in

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