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राजस्थान में वीकेंड कर्फ्यू: पहले दिन बाजारों में सन्नाटा, सडक़ों पर पुलिस की सख्ती

जयपुर, 17 अप्रैल (हि.स.)। राजस्थान में वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए लगाए गए वीकेंड कर्फ्यू का असर शनिवार को राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के अन्य शहरों के बाजारों में दिखाई दिया। इस दौरान आवश्यक वस्तुओं को छोडक़र शेष दुकानें बंद रही। प्रदेश में आम लोग बेवजह घर के बाहर नहीं निकल रहे हैं। कोरोना के कारण लॉकडाउन के बाद प्रदेश में पहली बार वीकेंड कर्फ्यू लागू हुआ है और इससे लोग ज्यादा भयभीत नहीं हैं। दो दिन का कर्फ्यू होने से लोगों में विश्वास हैं कि दो दिन बाद दोबारा हालात सामान्य हो जाएंगे। शहरों में जगह-जगह पुलिस तैनात हैं। बाजारों में दूध, फल-सब्जी एवं किराना की दुकानें खुली हैं। इससे भी लोगों को राहत मिली हुई हैं। इस दौरान कहीं से कोई अप्रिय खबर भी नहीं हैं। वीकेंड कफ्र्यू से तीन विधानसभा क्षेत्र राजसमंद, भीलवाड़ा जिले के सहाड़ा एवं चूरू जिले के सुजानगढ़ क्षेत्र को अलग रखा गया हैं और वहां मतदान के कारण हमेशा की तरह हालात लगभग सामान्य हैं। कोरोना के मद्देनजर इन क्षेत्रों में सुरक्षा एवं व्यवस्थाएं चाक चौबंद है। प्रदेश में रोडवेज की बसें चल रही हैं, लेकिन इनमें यात्री बहुत कम हैं। सडक़ों पर भी जरुरी सेवा एवं काम वाले लोगों के ही आने जाने से यातायात की समस्या भी नहीं है। बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन एवं हवाई अड्डे से आने-जाने वालों के लिए साधन के रूप में टैक्सी एवं ऑटो चल रहे हैं। वीकेंड कर्फ्यू सोमवार सुबह पांच बजे तक के लिए है। राज्य में शुक्रवार शाम लगे वीक एंड कर्फ्यू के बाद शनिवार को राज्य के सभी शहरों में सडक़ों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। कहीं पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है तो कहीं पुलिसकर्मी ही लोगों को घरों में रहने के लिए मजबूर कर रहे हैं। जयपुर की सडक़ों पर पसरे सन्नाटे ने शहर के नूर को ही उतार दिया है तो सूर्यनगरी जोधपुर भी सूना है। कोटा, अलवर, बीकानेर, सीकर, श्रीगंगानगर और सीकर सहित राज्य के सभी शहरों के मुख्य मार्ग कोरोना के चलते सन्नाटे के आगोश में है। चौराहों पर ना वाहनों की चिल्ल पौ हैं और न स्ट्रीट वैंडर्स की चहल-पहल है। ना जल्दी ऑफिस जाने की होड है और न कोचिंग जाते बच्चों की चहचहाहट। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ ईश्वर

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