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नहरबंदी से प्रभावित नहीं होगी झुंझुनू की पानी सप्लाई

- मलसीसर डैम में 90 दिनों के लिए पानी स्टोर का प्लान झुंझुनू, 09 अप्रेल(हि.स.)। गर्मी का मौसम और पानी की मारामारी की खबरें तो आम है। लेकिन पंजाब व सीमावर्ती राज्यों में प्रस्तावित एक महीने की नहरबंदी ने भी शेखावाटी के झुंझुनू के लोगों को चिंता में ला दिया था। क्योंकि झुंझुनू जिले में झुंझुनू शहर के अलावा खेतड़ी, मलसीसर और जालिमपुरा गांवों के लोगों को नहरी पानी ही मुहैया हो रहा है। ऐसे में नहरबंदी में उन्हें पानी मिलेगा या नहीं। इस पर सवाल करते हुए इन क्षेत्रों के लोगों को चिंता थी। एक तो गर्मी और उपर से नहरबंदी... ऐसे में उन्हें पीने का पानी मिलेगा या नहीं... लेकिन अब साफ हो गया है कि नहर बंदी एक महीने से बढकर यदि तीन महीने तक भी हो जाती है तो भी एक बूंद भी कम पानी इन क्षेत्रों के लोगों को नहीं मिलेगा। कुंभाराम लिफ्ट कैनाल परियोजना के तहत बनाए गए मलसीसर के दो डेम, जिसमें नहरी पानी इकट्ठा कर जिले के लोगों को पीने के लिए सप्लाई किया जाता है। ये अभी तो आधे से भी कम ही भरे हुए है। लेकिन 28 अप्रेल तक इनमें 60 प्रतिशत तक पानी स्टोर का प्लान है। ताकि नहरबंदी के समय यह पानी लोगों को फिल्टर कर सप्लाई किया जा सके परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजर बी. प्रसाद ने यह जानकारी देते हुए कम से कम झुंझुनू शहर, खेतड़ी क्षेत्र, मलसीसर और जालिमपुरा के लोगों को राहत दी है। उन्होंने बताया कि खबरों के मुताबिक 28 अप्रेल से 28 मई तक एक महीने की नहरबंदी रखरखाव के कारण बंद होगी। ऐसे में झुंझुनू शहर, खेतड़ी क्षेत्र, मलसीसर और जालिमपुरा गांव के लोगों के सामने सबसे बड़ी चिंता थी कि नहरबंदी के समय उन्हें पानी मिलेगा या नहीं! लेकिन अब साफ कर दिया गया है कि नहरबंदी के कारण एक भी बूंद पानी की कम सप्लाई इन इलाकों में नहीं होगी। उन्होंने बताया कि हर दिन जिले में 35 मिलियन लीटर पानी की सप्लाई प्रोजेक्ट द्वारा की जा रही है। हमारा टारगेट है कि 28 अप्रेल तक हम 3000 मिलियन लीटर पानी स्टोर कर लें। जिसमें अब तक 2500 मिलियन लीटर पानी स्टोर करने में सफलता भी प्राप्त कर चुके है। इसलिए यदि नहरबंदी एक महीने से ज्यादा भी चलती है तो भी पानी सप्लाई में कहीं भी कोई दुविधा नहीं होगी। उन्होंने बताया कि फिलहाल तारानगर से लिफ्ट कर पानी को पाइपों के जरिए झुंझुनू के मलसीसर लाया जा रहा है। जिसके बाद 33 मिलियन लीटर पानी झुंझुनू और खेतड़ी के लिए दिया जा रहा है। वहीं 1.5 मिलियन लीटर पानी मलसीसर तथा .5 मिलियन लीटर पानी जालिमपुरा गांव के लिए दिया जा रहा है। झुंझुनू के मलसीसर में लगे प्रोजेक्ट की क्षमता 156 मिलियन लीटर पानी रोज आपूर्ति देने की है। लेकिन अभी जिले के अन्य इलाके भी प्रोजेक्ट में जुड़ने है। इसके बाद यह पूरा प्रोजेक्ट काम आने लगेगा। उन्होंने बताया कि इस पानी के आने के बाद जिले में पीने के पानी की समस्या कुछ इलाकों में कम हुई है। आने वाले समय में लगभग पूरे जिले को सरकार इससे कवर करने की सोच रही है। कुंभाराम लिफ्ट कैनाल परियोजना के तहत इस बार पानी भी खूब मिल रहा हैं। यही कारण है कि जब से प्रोजेक्ट शुरू हुआ है। तब से अब तक औसतन 2000 मिलियन लीटर पानी ही हर महीने मिल रहा था। लेकिन मार्च में मलसीसर प्रोजेक्ट को 4000 मिलियन लीटर पानी मिला। जिससे पानी को आगे के लिए स्टोर करने का फायदा मिला। वहीं पिछले दिनों एक डैम के टूटने के कारण इस बार सतर्कता भी बरती जा रही है। वहीं नए डैम की चैकिंग के लिए भी उसे धीरे धीरे चैक करते हुए ही भरा जा रहा है। ताकि फिर से कोई हादसा ना हो। पर चाहे जो हो, यह साफ है कि झुंझुनू शहर, खेतड़ी, मलसीसर और जालिमपुरा के जिन इलाकों को नहरी पानी सप्लाई हो रहा है। उनकी सप्लाई नहरबंदी के कारण प्रभावित नहीं होगी। हिन्दुस्थान समाचार / रमेश/संदीप

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