माइक्रोस्कोप के जरिए किया फोर्थ ग्रेड जटिल ब्रेन ट्यूमर का इलाज
जयपुर, 09 जनवरी(हि.स.)। कोविड-19 को लेकर देश औऱ प्रदेश में जारी लॉकडाउन में जब आम आदमी अस्पताल जाने में डर रहा था और डॉक्टर भी जूम पर घर बैठे इलाज को प्रथमिकता दे रहे थे, ऐसे में राजस्थान हॉस्पिटल के डॉक्टरों की टीम ने एक 70 वर्षीय मरीज के सिर के एक चौथाई हिस्से को कवर कर चुके फोर्थ ग्रेड ब्रेन ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकाल कर उसे नई जिंदगी दी। हॉस्पिटल के कंसलटेंट एण्डोवेस्कुलर मिनिमली इनवेसिव ब्रेन एण्ड स्पाइन सर्जन डॉ. अनिल कोठीवाला ने बताया कि यह ऑपरेशन एक ऐसे यंत्र की मदद से किया गया जो आखों से ना देखे जा सकने वाले ट्यूमर की दिमाग के सामान्य हिस्से से अलग करके सटीक इमेज दिखाता है। इस तकनीक से सिर के स्वस्थ हिस्से को नुकसान पहुंचाए बिना ट्यूमर को निकाला जा सका। उन्होंने बताया कि जर्मन निर्मित कार्ल ज़ीस टिवाटो माइस्क्रोप जो प्रदेश में केवल राजस्थान हॉस्पिटल में ही है, की मदद से यह ऑपरेशन संभव हो सका। उन्होंने बताया कि इस माइस्क्रोप की खासियत यह है कि स्मार्ट टेलीविजन की तरह सिर के अंदर गहराई तक की पिक्चर को क्लियर करता हुआ दिखाता जाता है। डॉ. कोठीवाला ने बताया कि इस रोगी को करीब 9 माह पहले ट्यूमर डॉयग्नोस हो चुका था। कई अस्पतालों ने हाथ खडे कर दिए तो परिजन भी निराश हो गए। उन्होंने बताया कि मरीज जब हमारे पास आया तब बिल्कुल मरणासन्न अवस्था में था। डॉ. कोठीवाला ने बताया कि ऑपरेशन के लिए मरीज के दाएं सिर के कान के ऊपर वाले हिस्से में 10 रुपये के सिक्के के बराबर का हिस्सा काटा गया। इसी सूराख के जरिए 8 घंटे चले इस ऑपरेशन में अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से सिर के करीब 6 इन्ची अंदर से सिर के एक चौथाई हिस्से को कवर किए हुए ट्यूमर को निकाला गया। ऑपरेशन के बाद सिर के काटे गए हिस्से को पुनः जोड दिया गया। हिन्दुस्थान समाचार/संदीप/ ईश्वर-hindusthansamachar.in