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निबंध और कविता के माध्यम से बच्चों ने दिया आत्मनिर्भर भारत और कोरोना से बचाव का संदेश

उदयपुर, 06 जून (हि.स.)। उदयपुर माहेश्वरी समाज की ओर से संचालित महेश सेवा संस्थान के रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में संस्थान एवं महेश पब्लिक स्कूल उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित वर्चुअल निबंध व कविता प्रतियोगिताओं के परिणाम रविवार को घोषित कर दिए गए। संस्थान के सचिव बालमुकंद मंडोवरा ने बताया कि कोरोना प्रोटोकाॅल के मद्देनजर सभी प्रतिभागियों से उनकी रचनाएं ऑनलाइन मंगवाई गईं। निर्णायक मण्डल द्वारा श्रेष्ठ रचनाओं के चयन के बाद रविवार को संस्थान के अध्यक्ष डॉ. कैलाश सोडाणी ने परिणामों की घोषणा की। मंडोवरा ने बताया कि कविता प्रतियोगिता का शीर्षक ‘कोविड-19 से सुरक्षा व बचाव’ तथा निबंध का शीर्षक ‘आत्मनिर्भर भारत’ रखा गया। इसमें माहेश्वरी समाज के कुल 92 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। जिन वर्गों में सात से कम प्रतिभागी ही थे, वे प्रतियोगिताएं निरस्त कर दी गईं। प्रतियोगिता में प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों सहित भाग लेने वाले व निरस्त प्रतियोगिताओं के भी सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। कोविड प्रोटोकाॅल के मद्देनजर सभी प्रतिभागियों के बैंक खाते में ही पुरस्कार राशि भेजने का निर्णय किया गया है। संयोजक कमलेश कुमार माहेश्वरी ने बताया कि हिंदी निबंध प्रतियोगिता के महिला वर्ग में 25 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में प्रतिमा देवपुरा व लता झवंर प्रथम, स्वाति माहेश्वरी द्वितीय, 25 वर्ष से कम आयु वर्ग में मेघा माहेश्वरी प्रथम व रिद्धिमा झंवर द्वितीय रहीं। सहसंयोजक लक्ष्मी शंकर गांधी ने बताया कि कविता प्रतियोगिता के 6 से 10 आयुवर्ग छात्र श्रेणी में लव्य गुप्ता व आदित्य गट्टानी तथा छात्रा श्रेणी में तनिषा माहेश्वरी व निष्ठा माहेश्वरी क्रमशः प्रथम व द्वितीय रहे। इसी तरह, 11 से 15 आयुवर्ग छात्रा वर्ग में दिशिता माहेश्वरी व मुस्कान माहेश्वरी क्रमशः प्रथम व द्वितीय रहीं। कोषाध्यक्ष हितेष भदादा ने बताया कि बच्चों सहित बड़ों ने कोरोना काल में इन वर्चुअल प्रतियोगिताओं में भी उत्साह दिखाया। सभी प्रतिभागियों की रचनाएं व प्रस्तुतीकरण उत्कृष्ट था। उनमें से श्रेष्ठ का चयन किया जाना मुश्किल रहा। भदादा ने निर्णायकगण सहित प्रतियोगिताओं के प्रबंधन में सहयोग करने वाले समाज के पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया। हिन्दुस्थान समाचार/सुनीता कौशल / ईश्वर

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