There is no tradition of any supporting platform parallel to the party in BJP: Pooni
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भाजपा में पार्टी के समानांतर किसी समर्थक मंच की परंपरा नहीं : पूनियां

जयपुर, 09 जनवरी (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने कहा कि भाजपा एक परिवार हैं और यहां पार्टी के समानांतर संगठन बनाकर चलाने तथा समर्थकों की अलग टीम गठित करने की कोई परंपरा नहीं है। राजस्थान भाजपा और केन्द्रीय नेतृत्व को भी प्रदेश में बनाए गए समर्थक मंच की पूरी जानकारी हैं। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. पूनियां वसुंधरा राजे समर्थक मंच के नाम से बनाई गई टीम को लेकर पत्रकारों के सवालों के जवाब में दावा किया कि पार्टी में किसी तरह की कोई गुटबाजी नहीं है। केवल सोशल मीडिया पर डाली गई किसी पोस्ट को लेकर भाजपा जैसे बड़े परिवार पर अंगुली नहीं उठाई जा सकती। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने पार्टी के समानान्तर इस तरह की टीम बनाने की जानकारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा सहित अन्य राष्ट्रीय नेताओं को दी हैं। पूनियां का कहना है कि यह मामला पूरी तरह से आलाकमान की जानकारी में है। हालांकि इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। पहले भी बन चुका है ऐसा संगठन वसुंधरा राजे समर्थकों ने इससे पहले भी वर्ष 2003-2004 के दौरान भाजपा के समानांतर अलग संगठन शुरू किया था। वसुंधरा मित्र संगठन के नाम से सक्रिय रहे इस संगठन के बाद भी पार्टी में विवाद गहरा गया था। कुछ समय बाद तक संगठन अचानक नदारद हो गया। अब हाल ही में बनाए गए वसुंधरा राजे समर्थक राजस्थान (मंच) के प्रदेश अध्यक्ष विजय भारद्वाज का कहना है कि हम तो वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में हुए कार्यों की जानकारी आम लोगों तक पहुंचा रहे हैं। इससे भाजपा को फायदा होगा और राजे तीन साल बाद फिर मुख्यमंत्री बनेंगी। 33 में से 25 जिलों में हमारी टीम बन गई है। पूरी तरह सक्रिय नहीं है राजे भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे लंबे समय से प्रदेश की राजनीति में ज्यादा सक्रिय नहीं है। भारद्वाज कहते हैं कि मुख्यमंत्री रहते वसुंधरा राजे ने अपने दो कार्यकाल में जो विकास कार्य प्रदेश में कराए, उन्हें प्रदेश के हर कोने तक पहुंचाने के लिए इस मंच का गठन किया गया है। राजे राजस्थान को पिछड़े और बीमारू राज्य की श्रेणी से निकालकर विकसित राज्य की कतार में लेकर आई और इससे प्रभावित होकर वह लगातार उनकी उपलब्धियों को जनता तक पहुंचा रहे हैं। भारद्वाज बताते हैं कि अबतक जयपुर, अलवर, दौसा, कोटा, धौलपुर, भरतपुर, झालावाड़, श्रीगंगानगर, जोधपुर, नागौर, हनुमानगढ़, बारां, बाड़मेर, झुंझुनूं, जयपुर ग्रामीण, सवाई माधोपुर, पाली, भीलवाड़ा, जालोर, जैसलमेर, राजसमंद, चूरू, सीकर, बांसवाड़ा, बूंदी और करौली में जिला कार्यकारिणी का गठन कर दिया गया है। हालांकि, जो कार्यकारिणी बनी है, उनमें बीजेपी के संगठन में मौजूद ज्यादा बड़े चेहरों में से कोई नाम नहीं है। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित-hindusthansamachar.in

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