राजधानी जयपुर में घुलने लगी फीणी और घेवर की महक
जयपुर,13 जनवरी(हि.स.)। मकर संक्रांति पर्व के आते ही गुलाबी नगर में पतंगों और फीणी की दुकाने सजकर तैयार हो गई हैं। बाजारों में फीणी और घेवर की महक घुलने लगी है जो वहां से निकलने वाले लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही हैं। दुकानदारों को भी पिछले सालों की तरह ही इस साल भी फीणी और घेवर की अच्छी बिक्री होने की उम्मीद है। शहर के बाजारों में घेवर, फीणी की बढ़ती मांग को लेकर विशेष तैयारियां की गई हैं। मकर संक्रांति के करीब आने पर धीरे-धीरे बाजार में तेजी आ रही है इसी वजह से घेवर और फीणी के दामों में भी बढ़ोतरी हो गई है। जहां देशी घी के घेवर 300 रुपये और डालडा के 180 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रहा है। वहीं फीणी 160 रुपये मीठी,200 रुपये फीकी, दूध वाली 240 रुपये , देशी घी की फीकी 500 रुपये और मीठी 600 रुपये प्रति किलो के भाव से बिक रही है। संजय मार्केट के दुकानदार सत्यनारायण पितलिया का कहना है कि वे पिछले कई सालों से फीणी और घेवर की बिक्री कर रहे हैं। मकर संक्रांति पर फीणी और घेवर की मांग काफी बढ़ जाती है और इसी वजह से उन्हें इसकी तैयार काफी दिन पहले से करनी पड़ती है। दुकानदार सत्यनारायण पितलिया ने बताया कि उनके यहां देशी घी व डालडा दोनों की प्रकार के घेवर और फीणी मिलती है। जैसे-जैसे त्योहार नजदीक आ रहा है वैसे वैसे ग्राहकों की भीड़ बढ़ती जा रही है। घेवर और फीणी की मांग को देखते हुए काम भी ज्यादा करना पड़ रहा है जिससे इनकी कमी न हो। उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से पिछले साल काफी नुकसान हुआ है जिसकी भरपाई तो नहीं की जा सकती है लेकिन त्योहारी सीजन में बिक्री अच्छी होने से स्थिति में सुधार किया जा सकता है। हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश/संदीप-hindusthansamachar.in