भारतीय सशस्त्र बल में पूर्व सैनिकों की भूमिका अहम, स्वयं से पहले देश का जज्बा समाज में देता है उच्च सम्मान : मेजर जनरल माइकल ए.जे.फर्नांडीस
अपडेट...बीकानेर, 14 जनवरी (हि.स.)। भारतीय सशस्त्र बल में पूर्व सैनिकों की भूमिका बहुत अहम् है। भारतीय सशस्त्र बल की समृद्ध परम्पराओं और रीति-रिवाजों को पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाकर पूर्व सैनिकों ने एक मजबूत कड़ी का काम किया है। राष्ट्र निर्माण और सुरक्षा की दिशा में योगदान और स्वयं से पहले देश का ये जज्बा समाज में भारतीय सशस्त्र बलों को एक उच्च सम्मान देता है। यह विचार गुरुवार को 5वें भारतीय सशस्त्र बल वेटेरन दिवस के मौके पर बतौर अतिथि मेजर जनरल माइकल ए.जे.फर्नांडीस ने पूर्व सैनिकों, वीर नारियों को सम्मानित करते वक्त रखे। जीओसी-इन-सी पश्चिम कमान मुख्यालय, लेफ्टिनेंट जनरल आलोक सिंह क्लेयर, पीवीएसएम, वीएसएम और जीओसी 10 कोर, लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार मागो, वाइएसएम, एसएम की ओर से मेजर जनरल माइक ए.जे.फर्नांडीस ने सभी पूर्व सैनिकों का हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हमारे लिए वेटेरन डे एक महत्वपूर्ण दिन है। हम वेटेरन डे हमारे दो महान मिलिट्री लीडर की याद में मनाते हैं। 14 जनवरी 1953 को फील्ड मार्शल के.एम.करियप्पा भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हुए और उसके दो दशक बाद यानि 14 जनवरी 1973 को फील्ड मार्शल मानेकशॉ ने भी भारतीय सेना में अपना कार्यकाल पूरा किया और सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने बताया कि साल 2020-21 में कोरोना महामारी होने के बावजूद 'यीअर ऑफ नोक' मनाया गया जिसका मकसद पूर्व सैनिकों से परस्पर संपर्क बनाए रखना, विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरुकता पैदा करना और साथ में ये सुनिश्चित करना था कि हमारे पूर्व सैनिकों को समय पर बकाया राशि मिल सके और इसके लिए कोरोना महामारी के दौरान सैनिकों ने टेलीफोन द्वारा पूर्व सैनिकों से संपर्क बनाए रखा। पूर्व सैनिकों की जरुरतों को पूरा करने के लिए हेल्पलाइन और ईसीएसएच क्लिनिक मेजर जनरल माइकल ए.जे.फर्नांडीस, वीएसएम ने कहा कि पूर्व सैनिकों और वीर नारियों की समस्याओं, चुनौतियों और कठिनाईयों से निपटना और उनका समाधान भारतीय सशस्त्र बल का एक मुख्य मुद्दा है। इस दिशा में भारतीय सशस्त्र सेना के कमान मुख्यालय के अंतर्गत कई कार्य क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। बीकानेर में पूर्व सैनिक हेल्पलाइन है और ईसीएसएच क्लिनिक है जो पूर्व सैनिकों की जरुरतों को पूरा करने के लिए कार्यरत है। उन्होंने कहा कि हमारी बटालियन और फोर्मेशन ने आगे बढ़कर पूर्व सैनिकों के लिए कार्य किया। रणबांकुरा डिवीजन का एक ही नारा है 'वी केयर वी सपोर्ट' यानि हम आपकी परवाह करते हैं और हमेशा आपके साथ है। इस दिशा में ओपी संपर्क के रुप में एक पहल की गयी। जिसके अंतर्गत ईएक्सएसएम हेल्पलाइन और पोलिक्लिीनिक के माध्यम से पूर्व सैनिकों और वीर नारियों के साथ संपर्क किया गया और उनकी अधिकतर सुविधाओं को सुनिश्चित किया गया। उन्होंने सेना से सम्बन्धित कार्यों में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वालों का शुक्रिया अदा किया और पूर्व सैनिकों, वीर नारियों को वेटेरन डे और नए साल की शुभकामनाएं देते हुए भगवान से प्रार्थना की कि वे आप सभी को स्वस्थ, खुश और समृद्ध रखें। हिंदुस्थान समाचार/ राजीव/ ईश्वर-hindusthansamachar.in