आसमान को छूआ पतंगों ने, भोर होते ही गूंज उठा... वो काटा... वो मारा... का शोर
जयपुर,14 जनवरी ( हि.स.)। राजधानी में मकर संक्रांति पर्व बडे ही हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया जा रहा है। मकर संक्रांति की तैयारियां बाजारों से घरों की छतों और रसोईघरों तक होती नजर आई । एक और जहां फीणीयों व तिल के लड्डूओं की सुगंध से पूरा शहर महका रखा था वहीं दूसरी ओर रंग-बिरंगी पतंगों से सजी दुकानें सभी को आकर्षित कर रहीं थी । जयपुरवासी ही नहीं बल्कि विदेशी सैलानियों में भी इस त्यौहार को लेकर काफी उत्साह नजर आया। मकर संक्रांति पर्व पर युवाओं में पतंगबाजी को लेकर सुबह से ही उत्साह देखने को मिला। सुबह से ही युवा चरखी के साथ पतंगें लेकर छतों पर चढ़े। इसके बाद पतंगें उड़ाना शुरू किया। जैसे-जैसे समय गुजरने के साथ ही नीला आसमान रंग-बिरंगी पतंगों से अटा नजर आ रहा था। सुबह से ही छतों पर वो काटा वो मारा का शोर गूंजने लगा था। छतों पर बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्गों ने किसी ने चरखी पकड़ी थी तो कोई पतंगबाजी का आनन्द उठा रहा था। वहीं तिल के लड्डू, फीणी, पकौड़ों सहित अन्य पकवानों को तैयार करने में गृहिणियां सुबह से ही व्यस्त हो गईं। वहीं जयपुर शहर में पतंगबाजी से घायल पक्षियों के उपचार के लिए पशु चिकित्सा पॉली क्लिनिक, जयपुर सहित समस्त अधीनस्त पशु चिकित्सा संस्थाएं अलसुबह ही खुल गए। हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश/संदीप-hindusthansamachar.in