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दौसा के महवा में पुजारी की मौत का मामला:दूसरे दिन भी किरोडीलाल धरनास्थल पर अपने समर्थकों के साथ डटे रहे

आसपास भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात,भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में सरकार को घेरने की बनाई रणनीति जयपुर/दौसा, 09 अप्रैल (हि.स.)। दौसा जिले के महवा में मंदिर की जमीन हड़पने के मामले में पुजारी शंभू शर्मा की मौत के बाद बवाल दूसरे दिन में भी जारी रहा। जहां भाजपा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने धरनास्थल पर ही खाट मंगवाई और भाजपा कार्यकर्ता सिविल लाइंस फाटक पर डटे। धरनास्थल पर ही मृतक पुजारी का शव भी रखा हुआ है जो पिछले सप्ताह भर से अंत्येष्ठी होने का इंतज़ार कर रहा है। इधर मामले में बढ़ते तनाव को देखते हुए धरनास्थल के आसपास भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई है जिसके अनुसार अब पार्टी के नेता विधानसभावार अलग-अलग समय में धरना स्थल पर बैठेंगे। तय हुए कार्यक्रम के अनुसार शुक्रवार आठ सुबह से लेकर रात आठ बजे तक झोटवाड़ा, मालवीय नगर, चौमूं, जमवारामगढ़ विधानसभा के नेता-कार्यकर्ता धरना स्थल पर मौजूद रहे और रात आठ से सुबह नौ बजे तक सिविल लाइन्स, आमेर, आदर्श नगर विधानसभा के कार्यकर्ता धरने में शामिल होंगे। इस तरह से 24 घंटे तक धरनास्थल पर मौजूद रहने की योजना बानाई गई है। वहीं दूसरी तरफ शुक्रवार को विप्र सेना और भाजपा के नेता और कार्यकर्ता भी धरनास्थल पर जमे रहे। शुक्रवार को विहिप के महानगर प्रमुख भारत शर्मा भी अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गए। यहां धरनास्थल पर ही प्रदर्शनकारियों ने टेंट और दरियां बिछा दी है, ताकि तेज धूप से बचाव हो सके। महुआ में पुलिस द्वारा किसी प्रकार का लाठीचार्ज व आंसू गैस छोड़ने जैसा कोई मामला नहीं जिला कलेक्टर पीयुष समारिया ने बताया कि जिले के उपखंड महुआ में पुलिस द्वारा किसी प्रकार का लाठीचार्ज व आंसू गैस छोड़ने जैसा कार्य नहीं किया गया है। लाठीचार्ज से किसी की भी मृत्यु जैसी कोई घटना नहीं हुई है । उन्होंने बताया कि महुआ में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने का कार्य प्रशासन और पुलिस द्वारा किया जा रहा है। जगदीश सैनी की मृत्यु पुलिस के लाठीचार्ज से नहीं हुई है यह भ्रांति फैलाई जा रही है। जगदीश सैनी की मृत्यु किसी बीमारी के कारण हुई है जिसकी सूचना पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मिल सकेगी । उन्होंने आमजन से अपील की है कि सोशल मीडिया पर चल रही गलत खबरों से क्षेत्र में भ्रांति नही फैलावे। महवा थानाप्रभारी नरेश शर्मा निलंबित पुजारी शंभू शर्मा की मौत के बाद किरोड़ीलाल मीणा और पुजारी के परिवार व स्थानीय लोग शव लेकर महवा से चोरी छीपे जयपुर जाए जाने की सूचना पर पुलिस बेखबर रही। इससे इंटेलीजेंस में भी बड़ी चूक साबित हुई। जिसके चलते दौसा पुलिस अधीक्षक अनिल बेनीवाल ने महवा थानाप्रभारी नरेश शर्मा को निलंबित कर दिया। धरनास्थल पर दो अलग-अलग हाईवोल्टेज स्थितियां नजर आई इस बीच धरनास्थल पर शुक्रवार सुबह से अब तक दो अलग-अलग हाईवोल्टेज स्थितियां नजर आई। जिससे कुछ देर के लिए माहौल गरमाया रहा। पहले तो शव को ताबूत से डीप फ्रीज़र में शिफ्ट करने के मामले पर विवाद हुआ। दरअसल शव को डीप फ्रीज़र में रखने के लिए बिजली के कनेक्शन की आवश्यकता थी,लेकिन पुलिस ने ऐसी अनुमति देने से मना कर दिया। इस पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच कुछ देर के लिए बहसबाजी हुई। इसी तरह से एक दूसरे मामले में स्थिति तब बिगडती दिखाई दी जब दो ब्राह्मण संगठन एक-दूसरे के आमने-सामने हो गए। दो अलग-अलग संगठनों के नेताओं ने एक दूसरे पर पुजारी मौत मामले में श्रेय लेने को लेकर जमकर आरोप लगाए। इस दौरान नेताओं की आपस में गाली-गलौच भी हुई। स्थितियां बिगडती देखी गई, तो भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के हस्तक्षेप करके मामले को शांत करवाया। फिलहाल सभी धरना स्थल पर डटे हुए हैं और सरकार के अगले दौर की वार्ता के बुलावे का इंतज़ार कर रहे हैं। पुलिस ने भी लगाए टैंट प्रदर्शनकारियों के अनिश्चितकालीन धरने को देखते हुए सिविल लाइंस फाटक पर बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और जवान तैनात कर दिए गए हैं। प्रदर्शनकारियों के टैंट के पास पुलिस ने अपने भी टैंट लगा दिए हैं, जिसमें बैठकर पुलिस अधिकारी निगरानी कर रहे हैं। मैसेज चला, मगर नहीं आए कार्यकर्ता शुक्रवार सुबह शहर के विभिन्न विधानसभा में सोशल मीडिया पर एक मैसेज चला, जिसमें कार्यकर्ताओं को धरना स्थल पर पहुंचने का आह्वान किया। मगर मौके पर कोई नहीं पहुंचा। हालांकि राजपाल सिंह शेखावत, रामचरण बोहरा, अरुण चतुर्वेदी, अशोक लाहोटी, राघव शर्मा, सौम्या गुर्जर, पुणीत कर्णावट, कुलवंत सिंह, जितेंद्र श्रीमाली सहित कई नेता पहुंचे। गौरतलब है कि दौसा जिले के टीकरी गांव में मूक बधिर पुजारी की मंदिर की 26 बीघा जमीन की भूमाफियाओं ने रजिस्ट्री करवा ली। आरोप है कि सब रजिस्ट्रार से लेकर पूरा प्रशासन भूमाफियाओं से मिला हुआ था। धोखाधड़ी से जमीन की रजिस्ट्री के बाद पहले से बीमार चल रहे पुजारी की तबीयत और बिगड़ी। ज्यादा तबीयत बिगड़ने पर उसे 29 मार्च को महवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था। प्राथमिक उपचार के बाद उसे 30 मार्च को गंभीर अवस्था में जयपुर रेफर किया गया था। 2 अप्रैल को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिसके बाद से भाजपा सांसद डॉ. मीणा शव को लेकर थाने के सामने पड़ाव डाले हुए थे और उनकी मांग थी कि मृतक शंभू शर्मा की जमीन की रजिस्ट्री षड्यंत्र करने के मामले में तहसीलदार को एपीओ करने के आदेश, मृतक द्वारा पूर्व में दर्ज मुकदमे की धारा 420 में अब धारा 302 को भी जोड़ा जाए। पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले की पड़ताल के लिए तीन टीम गठित हो। षड्यंत्र में लिप्त अपराधियों को जल्दी पकड़ने का आश्वासन और मंदिर माफी की जमीन पर अवैध निर्माण को तोड़े। हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश / ईश्वर

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