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सीरी द्वारा विज्ञान गांव की ओर कार्यक्रम का शुभारंभ

झुंझुनू,28 फरवरी(हि.स.)। विज्ञान को गांवों व ग्रामीण जनमानस तक पहुंचाने के उद्देश्य से सीएसआईआर (सीरी) संस्थान में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ‘विज्ञान गांव की ओर’ अभियान का शुभारंभ भी किया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ में झुंझुनू के जिला कलेक्टर उमरदीन खान ने वर्तमान समय में गांवों व शहरों में बढ़ती असमानता पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसका प्रमुख कारण वहां पर्याप्त निवेश न होना है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि कौशल विकास के ऐसे शिक्षण-प्रशिक्षण कार्यक्रम इस असमानता को दूर करने में सहायक होंगे। अपने संबोधन में उन्होंने कोविड के विरुद्ध संघर्ष में सभी जनप्रतिनिधियों के सहयोग की सराहना की और अभी भी पर्याप्त सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने विज्ञान गांव की ओर कार्यक्रम की संकल्पना के लिए निदेशक, सीएसआईआर-सीरी पिलानी की सराहना की। उन्होंने कोविड वैक्सीन लगवाने का आग्रह करते हुए कहा कि इसमें किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं है। उन्होंने बताया कि मैंने भी यह टीका सबसे पहले लगवाया है और आप सभी लोग भी बढ़ चढ़ कर यह टीकाकरण करवाएं। जिला प्रमुख हर्षिनी कुल्हरी ने कहा कि विज्ञान का किताबों से बाहर निकल कर ग्रामीण जनजीवन तक पहुँचना आवश्यक है। उन्होंने जनप्रतिनिधि होने के नाते इस प्रयास में संस्थान का हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के निदेशक डॉ पी सी पंचारिया ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि किसी भी राष्ट्र की समृद्धि उसकी विज्ञान और प्रौद्योगिकी की समृद्धि पर आधारित होती है। सीएसआईआर ने भी अपनी 38 राष्ट्रीय अनुसंधान प्रयोगशालाओं के माध्यम से देश के विज्ञान और उद्योग जगत को समृद्ध करने के साथ-साथ जनसामान्य के जीवन को भी सुविधा संपन्न बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पिलानी स्थित राष्ट्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला सीरी ने अपने अनेक अनुसंधानों और वैज्ञानिक क्रियाकलापों से देश के उद्योगों और जनमानस को लाभान्वित किया है। संस्थान के इंजीनियरी सेवाएं प्रभाग के प्रभारी एस के मित्तल, वरिष्ठ अधीक्षण अभियंता ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत सीएसआईआर-सीरी में झुंझुनू जिले के संबंधित सरपंच,ग्राम प्रधान द्वारा नामित कक्षा 10 और उससे अधिक के छात्र-छात्राएँ व अन्य बेरोजगार व्यक्तियों को दो सप्ताह का तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा। एयरकंडीश्नर व फ्रिज, मोटर वाहन, बिजली और मोटर वाइंडिंग ट्रेड्स में यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षार्थियों के लिए यह प्रशिक्षण पूर्णतया निशुल्क होगा जिसमें प्रशिक्षार्थियों को संस्थान के इंजीनियरों एवं प्रशिक्षित कार्मिकों द्वारा उपर्युक्त विषयों पर उपयोगी जानकारी दी जाएगी जिससे वे विषय की सामान्य जानकारी प्राप्त कर सकें और स्वरोजगार के लिए प्रेरित हो सकें। हिन्दुस्थान समाचार / रमेश सर्राफ / ईश्वर

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