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बंदिशों में भी रोडवेज ने अस्थियां विसर्जन के लिए चलाया था मोक्षरथ, आज हरिद्वार के एक भी बस नहीं, श्रद्धालु परेशान

चित्तौड़गढ़, 05 मार्च (हिस)। लॉक डाउन के कारण बहुत से लोग अपने परिजनोंं की अस्थियों गंगा में विसर्जित नहीं कर पाए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशों पर राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम ने ऐसे लोगो के लिये मोक्ष कलश स्पेशल निशुल्क बसें चलाई गई थी। लेकिन यह सौगात भी कागजों में चल कर रह गई। चित्तौड़ से इस बस के केवल तीन ही फेरे करवाये गए, जिसके बाद बस सेवा पुनः बन्द कर दी गई। वहीं अब बहुत कुछ सामान्य हो गया है तो भी हरिद्वार के लिए एक भी बस नहीं है। ऐसे में श्रद्धालुओं के अलावा अपने परिजनों की अस्थियां विसर्जन करने जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार गत वर्ष से कोरोना महामारी से पूरा विश्व जूझ रहा है, जिसके चलते मार्च माह से पूरे देश में लॉक डाउन लग गया था। इस अवधि में कई लोगों का निधन हुआ तो उनके परिजन अपनों की अस्थियों का गंगा में विसर्जन नहीं कर पा रहे थे। वहीं लॉक डाउन में थोड़ी छूट दी जाने के बाद राज्य सरकार के आदेश पर राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम ने ऐसे लोगो के लिये मोक्ष कलश स्पेशल निशुल्क बसें चलाई गई थी। लेकिन यह कुछ दिन के दिखावे के बाद बन्द कर दी गई। लोगों को ये सौगात तो दी गई थी और इसका प्रचार प्रसार भी खूब किया। लेकिन कुछ ही वक़्त के लिए यह बस चल पाई। चित्तौड़गढ़ डिपो से हरिद्वार के लिए मात्र दो बार यह बस चलाई गई और एक बार बांसवाड़ा डिपो से बस गई जो चित्तौड़ होती हुई हरिद्वार गई। पूरी तरह से लॉक डाउन खुलते ही यह बस सेवा भी ठंडे बस्ते में चली गई। यह सौगात भी चुनाव से पूर्व की राजनीति मानी जा रही है। हालांकि हरिद्वार के लिए ट्रेन सेवा शुरू की जा चुकी है और इसके साथ ही ट्रावेल्स बस भी चल रही है। लोगों को अतिरिक्त किराया देकर प्राइवेट बसों का सहारा लेना पड़ रहा है तो ट्रेन भी नियमित नहीं है। मुख्य प्रबंधक चित्तौड़गढ़ डिपो ओपी चेचाणी ने बताया कि मुख्यालय का आदेश मिलते ही बस शुरू कर देंगे। लॉक डाउन खुलने के बाद हरिद्वार के लिए निशुल्क बस भेजी थी, जिसके तीन फेरे हुए। बाद में सवारियां नहीं मिली तो बस आगे नहीं गई। अब हरिद्वार जाने वालों से कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट मांगी जा रही है। फिलहाल भीलवाड़ा, अजमेर, जयपुर से भी बस हरिद्वार नहीं जा रही है। कुंभ को देखते हुए हरिद्वार का परमिट तैयार है। मुख्यालय से अनुमति मिलने के साथ ही हरिद्वार की बस शुरू कर दी जाएगी। हिंदुस्थान समाचार/अखिल/संदीप

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