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फ्रंटलाइन वर्कर्स कैटेगरी में रेलकर्मियों को देखा जा रहा है असमानता के रुप में : व्यास

बीकानेर, 16 जून (हि.स.)। नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन (एनडबल्यूआरईयू) अध्यक्ष अनिल व्यास ने बुधवार को कहा कि कोरोना संकट के दौरान रेलकर्मियों ने भी ड्यूटी निभायी इसलिए पीएम नरेंद्र मोदी ने रेलकर्मियों को भी कोरोना वॉरियर्स का नाम दिया हुआ है। लेकिन दुर्भाग्य है कि फ्रंटलाइन वर्कर्स की कैटेगरी में रेलवेकर्मियों को असमानता के रुप में देखा जा रहा है। जबकि मनोबल बढ़ाने के लिए असमानता को दूर किया जाना चाहिए। व्यास समीपवर्ती कानासर स्थित संत भावनाथ आश्रम में अपने अभिनंदन समारोह में बोल रहे थे। इस अवसर पर राष्ट्रीय युवा संघ के प्रदेश महासचिव आसुसिंह सोलंकी, एनडबल्यूआरईयू के बीकानेर ब्रांच सचिव बृजेश ओझा, लालगढ़ ब्रांच सचिव गणेश वशिष्ठ, सहायक मंडल सचिव देवेंद्र यादव, नरेश चंदेल, पवन कुमार, नवीन कुमार, शिवानंद का भी शॉल ओढ़ाकर-श्रीफल भेंट कर सम्मान-अभिनंदन किया गया। संत भावनाथजी की मौजूदगी में हुए कार्यक्रम में आयोजन से जुड़े पं. प्रहलाद ओझा 'भैरु' ने बताया कि वैश्विक महामारी कोविड-19 कोरोनाकाल में न केवल चिकित्सा, पुलिस, सुरक्षाकर्मियों, स्वच्छताकर्मियों के साथ-साथ रेलकर्मियों ने भी समय-समय पर अपनी ड्यूटी निभायी है। जिस समय आवागमन के सब साधन बंद थे उस समय रेलकर्मियों ने अपने कार्य को बखूबी अंजाम तक पहुंचाया। इसी उपलक्ष्य में यहां रेलकर्मियों का शॉल ओढ़ाकर, श्रीफल भेंट कर सम्मान अभिनंदन किया गया। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/संदीप

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