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जरूरत की चीजों के दाम फिक्स हो सकते हैं तो वैक्सीन के क्यों नहीं : पायलट

जयपुर, 06 मई (हि.स.)। कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने गुरुवार को एक देश-एक वैक्सीन के दाम के मुद्दे की दोबारा वकालत की है। गुरुवार को पायलट टोंक के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता देश हैं, बावजूद इसके लोग वैक्सीन की कमी से जूझ रहे हैं। जब देश में स्टील, सीमेंट और अन्य जरूरत की चीजों के दाम फिक्स हो सकते हैं तो फिर केंद्र सरकार वैक्सीन के दाम फिक्स क्यों नहीं करती। कांग्रेस नेता पायलट गुरुवार को अपने विधानसभा क्षेत्र टोंक के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की और टोंक में ऑक्सीजन समेत अन्य स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। पायलट ने मीडिया से बात करते हुए एक देश-एक वैक्सीन-एक दाम की बात कही। उन्होंने कहा कि एक देश में वैक्सीन के अलग-अलग दाम नहीं होने चाहिए। केंद्र सरकार को वैक्सीन 150 रुपये में मिलेगी और राज्यों को 400 रुपये में, ऐसा नहीं होना चाहिए। पायलट ने कहा कि भारत सरकार को वैक्सीन का एक दाम तय करना चाहिए। पायलट ने पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर कैटेगरी में घोषित करने की भी मांग की। पायलट ने वैक्सीन के दाम फिक्स करने को लेकर कहा कि हिंदुस्तान विश्व का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता देश है, लेकिन इसके बावजूद भी विडंबना है कि हिंदुस्तान के लोग वैक्सीन की कमी से जूझ रहे हैं। जब देश में स्टील, सीमेंट और अन्य जरूरत की चीजों के दाम फिक्स हो सकते हैं तो फिर केंद्र सरकार वैक्सीन के दाम फिक्स क्यों नहीं करती। उन्होंने कहा कि अगर दवा निर्माता कम्पनी को कमाई करनी ही है तो वह अपनी अन्य दवाईयों से कर ले, ना कि कोरोना की वैक्सीन से। पायलट ने टोंक जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद कहा कि जिले में जो कमियां हैं, उनका जल्द निराकरण किया जाएगा। जिले में वैक्सीनेशन प्रोग्राम को गति देने के प्रयास किए जा रहे हैं। ऑक्सीजन की कमी को भी दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। अभी 150 सिलेंडर का इंतजाम टोंक के लिए किया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ ईश्वर

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