सुखद : तीर्थराज मचकुंड सरोवर में हुई पानी की आवक,निखरी छटा
धौलपुर,22 मई (हि.स.)। देश और दुनिया में तबाही मचाने वाले ताउ ते तूफान का धौलपुर जिले में असर खासा मुफीद रहा है। ताउ ते तूफान से बने विक्षोभ के बाद में धौलपुर में औसत से अधिक बरसात हो चुकी है। बरसात के बाद में तीर्थराज मचकुंड सरोवर सहित अन्य ताल तलैयों में पानी की आवक हुई है। वहीं, बरसात होने से जंगलों में बने छोटे एनीकट और पोखरों में भी पानी आ गया है,जो जानवरों के पीने के लिए जरुरी है। बीते तीन दिन पूर्व ताउ ते तूफान के दौरान धौलपुर जिला मुख्यालय सहित अन्य इलाकों में झमाझम बरसात हुई। नियमित मानसून के आने से करीब एम महीने पूर्व ही ताउ ते के चलते हुई तेज बरसात के बाद में पूर्वांचल के पुष्कर के नाम से चर्चित तीर्थराज मचकुंड सरोवर में बडे पैमाने में पानी की आवक हुई है। मचकुंड सरोवर स्थित प्राचीन लाडली जगमोहन मंदिर के महंत कृष्णदास महाराज ने बताया कि मचकुंड सरोवर की गहराई करीब 18 फीट है। बरसात से पूर्व मचकुंड सरोवर में करीब 6 फीट पानी था,जो बरसात के बाद में करीब 8 फीट तक हो गया है। मचकुंड सरोवरन में पानी की आवक होने से इसकी छटा तथा वातावरण निखर उठा है। जिला नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के मुताबिक ताउ ते के प्रभाव से धौलपुर में एक ही दिन में 103 मिमी बरसात हुई। इसके बाद में धौलपुर में अब तक कुल 163 मिमी बरसात हो चुकी है। इसी प्रकार बाडी में 52 मिमी,बसेडी में 79 मिमी,राजाखेडा में 29 मिमी,सैपउ में 51 तथा सरमथुरा में 23 मिमी बरसात दर्ज की गई। इस प्रकार इस साल धौलपुर जिले में अब तक कुल 797 मिमी बरसात हो चुकी है। जबकि धौलपुर जिले में बरसात का औसत करीब 600 मिमी का है। उधर, बरसात होने के बाद में जिले के आंगई बांध,तालाबशाही,हुसैनपुर,आरटी तथा अन्य छोटे बांध और एनीकटों में भी पानी आ गया है। मौसम के जानकारों का कहना है कि ताउ ते तूफान के कारण हुई तेज बरसात के बाद में अब जून माह में आने वाले मानसून पर लोगों की निर्भरता कम हो गई है। हिन्दुस्थान समाचार / प्रदीप/ ईश्वर