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पड़ोसी राज्यों से ज्यादा वैट से खफा पेट्रोल पंप शनिवार को नहीं करेंगे पेट्रोल-डीजल का कारोबार

जयपुर, 09 अप्रैल (हि.स.)। पड़ोसी राज्यों की तुलना में राजस्थान के पेट्रोल तथा डीजल पर वैट ज्यादा होने से खफा राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के आह्वान पर शनिवार को राज्य के हजारों पेट्रोल पम्प बंद रहेंगे। यह एक दिन की सांकेतिक हड़ताल होगी। इसके बाद भी सरकार नहीं मानी तो 25 अप्रैल से सभी डीलर्स अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। पम्प संचालक शनिवार सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक कंपनियों से पेट्रोल या डीजल की खरीद भी नहीं करेंगे। ऐसे में हड़ताल का असर रविवार तक बना रह सकता है। हड़ताल के दौरान पेट्रोलियम कंपनियों की ओर से संचालित कोको पंप खुले रहेंगे, लेकिन इनकी संख्या बेहद सीमित है। राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की मांग है कि प्रदेश में वैट की दर पड़ोसी राज्यों के बराबर की जाए। साथ ही, राज्य के सभी जिलों में समान वैट लगाया जाए। एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनीत बगई के अनुसार हड़ताल के कारण राज्य के करीब सात हजार पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। पिछले दिनों राज्य सरकार को ज्ञापन देने और मिलने के लिए समय मांगने के बावजूद सरकार की ओर से कोई सकारात्मक रूख नहीं अपनाया गया। सरकार को केवल एक दिन की हड़ताल से इस दिन नहीं बेचे जाने वाले तीन करोड़ पेट्रोल-डीजल के पेटे वैट व सेस से 34 करोड़ के राजस्व की हानि होगी। राजस्थान में पेट्रोल पर 36 और डीजल पर 26 प्रतिशत वैट है। जबकि, पड़ोसी राज्य हरियाणा व पंजाब में पेट्रोल पर 25 प्रतिशत व डीजल पर करीब 16 प्रतिशत है। इसके अलावा दिल्ली में पेट्रोल पर 30 और डीजल पर 16.75 प्रतिशत, गुजरात में पेट्रोल व डीजल पर करीब 20-20 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में पेट्रोल पर 26.80 व डीजल पर 17.48 प्रतिशत वैट है। मध्यप्रदेश में पेट्रोल पर 33 व डीजल पर 23 प्रतिशत वैट है। एमपी में पेट्रोल पर 4.5 प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स भी है। बगई के अनुसार जब से प्रदेश में गहलोत सरकार आई है, पेट्रोल पर 12 प्रतिशत और डीजल पर 10 प्रतिशत वैट बढ़ाया जा चुका है। यानी पांच जुलाई को पेट्रोल पर वैट 26 से बढ़ाकर 38 और डीजल पर 18 से बढ़ाकर 28 प्रतिशत कर दिया गया। पिछले माह ही सरकार ने पेट्रोल और डीजल से दो फीसदी वैट घटाया भी है, लेकिन इससे प्रदेश के वाहनचालकों को बड़ी राहत नहीं मिल पाई। कोरोना के लॉकडाउन में जब वाहन सडक़ों पर नहीं थे, तब सरकार ने गुपचुप तीन बार वैट बढ़ाकर पेट्रोल पर 8 और डीजल पर 6 प्रतिशत वैट की बढ़ोतरी कर दी थी। जैसे ही अनलॉक हुआ, लोग सडक़ों पर आए तो उन्हें बढ़े भाव का पता चला। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ ईश्वर

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