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ऐलीवेटेड रोड निर्माण के मौजूदा स्टेज पर कोई बदलाव संभव नहीं

अजमेर, 16 फरवरी(हि.स.)। अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधीक्षण अभियंता अविनाश शर्मा का कहना है कि ऐलीवेटेड रोड का कार्य अंतिम चरण में है। इसलिए अब कोई बदलाव संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि ऐलीवेटेड रोड का निर्माण ईपीसी कॉम्प्लेक्स के तहत हो रहा है। इसके अंतर्गत संबंधित फर्म को ही इंजीनियरिंग डिज़ाइनिंगए निर्माण आदि का काम दिया जाता है। फर्म सर्वे करने के बाद ही पूरे प्रोजेक्ट को मंज़ूर करवाती है। इस अनुबंध को देखते हुए ही रोड की डिजाइन में बदलाव नहीं किया जा सकता है। शर्मा ने कहा कि ऐलीवेटेड रोड शहर वासियों के लिए एक बहु उपयोगी सौगात है। रोड के बनने से न केवल यातायात का दबाव कम होगाए बल्कि लोगों का आवागमन भी सुगम होगा। उन्होंने माना कि केसरगंज की ओर से आने वाले ट्रेफिक को दाएं हाथ की ओर से मुडऩा होगा। पुल के नीचे से गुजर कर लोग मार्टिडल ब्रिज की ओर जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब भी कोई नई चीज होती है तो लोगों को थोड़ी असुविधा का सामना करना पड़ता हैए लेकिन बाद में सभी लोग अभ्यस्त हो जाते हैं। बाटा तिराहे के स्वरूप के समाप्त होने पर शर्मा ने कहा कि इससे कोई परेशानी नहीं होगी। ब्यावर रोडए श्रीनगर रोड आदि का ट्रैफिक ऐलीवेटेड रोड से आगरा गेट तक जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐलीवेटेड रोड के पूरे प्रोजेक्ट की विस्तृत जानकारी व्यापार महासंघ के प्रतिनिधियों को दी जाएगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रोजेक्ट को अच्छी तरह समझने के बाद व्यापारिक प्रतिनिधियों की सहमति भी हो जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर अजमेर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर दो हजार करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। इसी के अंतर्गत कोई तीन सौ करोड़ रुपए की लागत से शहर में ऐलीवेटेड रोड का निर्माण हो रहा है। सीमेंट कांक्रीट के पिलरों पर बनने वाले ऐलीवेटेड रोड का काम अंतिम चरण में है। इससे कचहरी रोडए पीआर मार्गए आगरा गेटए स्टेशन रोड केसरगंज आदि मार्गों पर यातायात का दबाव कम होगा। रोड का कार्य अंतिम चरण में है, तब अजमेर व्यापार महासंघ ने रोड की तकनीकी खामिया उजागर की है। महासंघ के अध्यक्ष किशनलाल गुप्ताए एडवोकेट विकास अग्रवालए यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्र जैन आदि ने जिला कलेक्टर प्रकाश पुरोहित से मुलाकात कर कहा है कि यदि तकनीकी ख़ामियों को दूर नहीं किया गया तो अजमेर के लोगों को खास कर व्यापारी वर्ग को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। कलेक्टर को बताया गया कि स्टेशन रोड स्थित बाटा तिराहे का स्वरूप समाप्त हो जाएगा। जो ट्रैफिक केसरगंज से बाटा तिराहे की ओर आता है, उसे ऐलीवेटेड रोड की दीवार का सामना करना पड़ेगा। तिराहे पर रोड की दीवार बन जाने से लोगों को भारी परेशानी होगी। इसी प्रकार महावीर सर्किल और कचहरी रोड पर भी लोगों को परेशानी होगी। महासंघ की ओर से मांग की गई कि बाटा तिराहे के स्वरूप को बनाए रखा जाए और ऐलीवेटेड रोड का मिलान मार्टिंडल ब्रिज पर किया जाए। महासंघ ने कहा कि यदि तकनीकी ख़ामियों को दूर नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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