नए रेल मालवाहन गलियारे से राजस्थान का तेजी से औद्योगिक विकास होगा - राज्यपाल
न्यू रेवाड़ी-न्यू मदार खंड एवं विश्व के पहले डबल स्टैक लांग हॉल कंटेनर ट्रेन आपरेशंस देश को समर्पित, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दी बधाई अपडेट... जयपुर/अजमेर, 07 जनवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित एक समारोह में वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) के 306 किलाेमीटर लंबे न्यू रेवाड़ी-न्यू मदार खंड को राष्ट्र को समर्पित किया। साथ ही न्यू अटेली से न्यू किशनगढ़ के लिए विश्व के पहले डबल स्टैक लांग हॉल कंटेनर ट्रेन आपरेशंस को झंडी दिखाकर रवाना किया। उद्घाटन के बाद जिले के न्यू किशनगढ़ स्टेशन से राजस्थान-हरियाणा सीमा पर स्थित काठूवास तक गुरुवार को डीएफसी के रेलवे ट्रैक पर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से डबल डेकर ट्रेन दौड़ी। इस दौरान वर्चुअल समारोह में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी जुड़े। इस मौके पर राज्यपाल मिश्र ने कहा कि राजस्थान के लिए यह केंद्र सरकार की ऐतिहासिक विकास पहल है। इस नए रेल मालवाहन गलियारे के खुल जाने से देश का पश्चिमी और पूर्वी मालवाहन गलियारा एक दूसरे से जुड़ेगा ही नहीं बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी यह बेहद महत्वपूर्ण कदम है। मिश्र ने प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि इससे राजस्थान में तेजी से औद्योगिक विकास होगा और कृषि उत्पादों को भी नए बाजार मिल सकेंगे। उन्होंने कहा कि इससे अजमेर का गुलाब, किशनगढ़ का मार्बल, राजस्थान के बाजरा, सरसों आदि फसलों का और अधिक प्रभावी ढंग से देश-विदेश में विपणन हो सकेगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फ्रेट कॉरिडोर के उद्घाटन पर सभी को बधाई दी। साथ ही, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री पीयूष गोयल से मांग की कि जो कार्य रेलवे के शुरू होकर बंद हो गए, उन्हें दोबारा से शुरू करना चाहिए। गहलोत ने कहा कि जैसलमेर-बाड़मेर सीमावर्ती इलाके हैं, उन्हें गुजरात से जोडऩे के लिए रेलवे प्रशासन के जरिए कार्य किए जाने चाहिए और अतिरिक्त ट्रेन भी चलानी चाहिए। क्योंकि यह सीमावर्ती इलाके हैं और यहां से आमजन ज्यादा से ज्यादा आते-जाते हैं। उन्होंने कहा कि, सौभाग्य की बात है कि वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का 42 पर्सेंट हिस्सा राजस्थान से होकर गुजरता है। सीएम ने भिवाड़ी में रेलवे स्टेशन बनाने की मांग करते हुए बताया कि नीमराणा के अंदर भिवाड़ी क्षेत्र में जापानी जोन है और लगभग 6521 औद्योगिक इकाइयां हैं। भिवाड़ी में रेलवे स्टेशन बनता है, तो उसका लाभ आने वाले वक्त में हमें मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि सरमथुरा-गंगापुर वाया करौली रेलवे लाइन, पुष्कर-मेड़ता रोड रेलवे लाइन, चौथ का बरवाड़ा से अजमेर वाया टोंक रेलवे लाइन तथा बांसवाड़ा-डूंगरपुर-रतलाम रेलवे लाइन का काम प्राथमिकता से शुरु करवाएं। उन्होंने भीलवाड़ा के रूपाहेली में मेमूकोच फैक्ट्री का काम शुरु कराने और भारत माला परियोजना के तहत जैसलमेर-बाड़मेर को मुंद्रा और कांडला बंदरगाह से जोड़ने के लिए नई रेल लाइन का काम शुरू कराने की मांग करते हुए कहा कि आने वाले वक्त में सभी दृष्टिकोण से यह बहुत उचित होगा। गहलोत ने लोहारू-सीकर-रींगस रेल लाइन पर आमान परिवर्तन के बावजूद रेल नहीं चलने की भी बात कही। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि इस रूट पर आज एक ट्रेन अजमेर से न्यू किशनगढ़ और एक ट्रेन अलवर के पास काठूवास से चलाई गई है। कॉरिडोर में संचालित होने वाली गुड्स ऑटो सिगनलिंग सिस्टम पर नॉन स्टॉप संचालित होंगी, वहीं अब रूट शुरू होने के बाद मुंबई से अहमदाबाद से दिल्ली आने वाली गुड्स ट्रेन अजमेर के बाद फ्रेट कॉरिडोर से ही संचालित की जाएंगी। रोजाना करीब 20 ट्रेनों का संचालन इसी कॉरिडोर से किया जाएगा। अभी राज्य का 227 किलोमीटर शामिल होगा और दूसरे चरण में अजमेर से पालनपुर को जोड़ा जाएगा। उल्लेखनीय है कि न्यू किशनगढ़ और काठूवास के न्यू अटेली तक करीब 306 किलोमीटर का डीएफसी का ट्रैक है। इस ट्रेन पर इलेक्ट्रिक इंजन लगाया गया है, ताकि 100 किलोमीटर की रफ्तार से इस डेढ़ किलोमीटर डबल डेकर ट्रेन को तेजी से खींच सके। न्यू किशनगढ़ स्टेशन और न्यू अटेली के बीच चलने वाली यह मालगाड़ी मदार, फुलेरा, श्रीमाधोपुर और नारनोल होते हुए संचालित हो रही है। आगामी कुछ महीनों में पालनपुर और कांडला तक ट्रैक का काम पूरा हो जाएगा और कांडला बंदरगाह तक संचालन हो जाएगा। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 दिसंबर 2020 को ईडीएफसी के 351 किलोमीटर लंबे खंड का लोकार्पण भी किया था। समारोह में किशनगढ़ में हुए लाइव प्रसारण में अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी, अजमेर के विधायक वासुदेव देवनानी, अनिता भदेल, पुष्कर विधायक सुरेश रावत, ब्यावर विधायक शंकर सिंह रावत, किशनगढ़ विधायक सुरेश टांक भी शामिल हुए। हिन्दुस्थान समाचार/संदीप / ईश्वर-hindusthansamachar.in