many-patients-benefited-from-yajna-mantra-healing-method
many-patients-benefited-from-yajna-mantra-healing-method

यज्ञ-मंत्र चिकित्सा पद्धति से कई मरीज हुए लाभान्वित

जोधपुर, 03 अप्रैल (हि.स.)। संध्या जानी देवी हेल्थ रिसॉर्ट माणकलाव में आयोजित हो रहे यंत्र मंत्र चिकित्सा समागम में शनिवार को सैकड़ों मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श दिया गया, वहीं विशेष यज्ञ का भी आयोजन किया गया। शिविर के दूसरे दिन यज्ञ कार्यक्रम में जेडीए के पूर्व अध्यक्ष महेंद्र सिंह राठौड़ ने मुख्य यजमान के रूप में शिरकत की। शिविर संयोजक डॉ. जुगल किशोर ने बताया कि यज्ञ एवं मंत्र चिकित्सा पौराणिक काल से चली आ रही है और सभी वेद में उपनिषदों में इस पद्धति का विस्तार से वर्णन भी किया गया है लेकिन बदलते समय के साथ लोग इस पद्धति से दूर होते गए और आज की युवा पीढ़ी इस पद्धति को लेकर बिल्कुल अनभिज्ञ हो रही है। आयुष मंत्रालय दिल्ली के डायरेक्टर डॉ. चंद्रभान केतू ने बताया कि शहर के आसपास व ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए यह चिकित्सा पद्धति काफी उपयोगी साबित हो सकती है। शिविर में लंबे समय से हाइपरटेंशन, माइग्रेन, शुगर, बीपी सहित विभिन्न बीमारी से ग्रसित ग्रामीणों को यज्ञ मंत्र चिकित्सा पद्धति अपनाने की सलाह दी गई। साथ ही उन्हें सभी बीमारियों से संबंधित मंत्र का नियमित उच्चारण करने का आग्रह किया गया। तीन दिवसीय शिविर में शिविरार्थियों को प्रवचन, मंत्र विधा यज्ञ (हवन) एवं मंत्र पंचकर्म विधा कार्यक्रम की जानकारी दी जा रही है। वेद अनुरागी डॉ चंद्र केतु ने बताया कि यज्ञ चिकित्सा के माध्यम से आहुतियां देने से मनुष्य के चारों ओर एक अभेद्य सुरक्षा आवरण बनता है और सूक्ष्म से सूक्ष्म बैक्टीरिया और वायरस भी इस सुरक्षा कवच को नहीं भेद पाते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव को लेकर शनिवार को काली मिर्च, लॉन्ग, इलायची, दालचीनी, तेजपत्ता, सफेदे का पत्ता, हल्दी मेथी दाना, अजवाइन, नीम पत्ता, करंज कनेर, बहुत सूक्ष्म मात्रा में धतूरा पत्ता व अन्य हवन सामग्री का उपयोग करते हुए यज्ञ में आहुतियां दी गई और ईश्वर से इस बीमारी के जल्द समाप्त होने की कामना भी की गई। हिन्दुस्थान समाचार/सतीश / ईश्वर

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in