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लॉक डाउन- कर्फ्यू की गाइड लाइन से लोगों में बनी उलझन

जोधपुर, 19 अप्रैल (हि.स.)। कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते प्रभाव के चलते राज्य सरकार ने दो दिन का वीकेंड कर्फ्यू - लॉक डाउन लगाया। सोमवार की सुबह पांच बजे यह खत्म हो गया। मगर देर रात जारी की गई नई गाइड लाइन लोगों के उलझन में पड़ गई। सडक़ों पर आम दिनों की तरह आमजन को हुजूम सा देखा गया। गाइड लाइन मेें कौनसे प्रतिष्ठान खोले जाने है और कौन बंद रखे जाएं, इस पर लोग उलझन में चलते रहे। सडक़ों पर आम दिनों की तरह चहलपहल नजर आई। दस बजे बाद पुलिस की सख्ती देखने को मिली और नाकों पर सख्त पूछताछ की गई। कई गाडिय़ों के चालान बनाए गए। इधर उलझन भरी गाइड लाइन से लोगों को रोजमर्रा की चीजों से दो चार होना पड़ा। कालाबाजारी का भी सामना करना पड़ रहा है। राज्य सरकार की तरफ से देर रात अनुशासन पखवाड़ा शुरू के लिए नई गाइड लाइन जारी की गई। सुबह तक लोगों तक सूचना पहुंचती तब तक तो कई प्रतिष्ठानों को लॉक तक खुल गए। सडक़ों पर आम दिनों की तरह चहलकदमी हो गई। बाद में प्रशासन की तरफ से थोड़ी सख्त की गई। हालात ऐसे हो गए कि सडक़ों पर वाहनों का जाम सा लग गया। पुलिस चेक कर वाहनों को आगे जाने दे रही थी, तो पीछे वाहनों की लंबी लंबी कतारें नजर आ गई। कईयों को कफ्र्यू लॉक डाउन से रखा दूर : नई गाइड लाइन में राज्य सरकार ने 3 मई तक अनुशासन पखवाड़ा को लागू किया है। पहले ही दिन लोग अनुशासित नहीं दिखे। हमेशा की तरह भीड़भाड़ चरम पर रही। राज्य सरकार की तरफ से किराणा की दुकानें, सब्जी के व्यापारियों और फैक्ट्रियों तथा कमठा श्रमिकों के साथ आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को आवागमन की छूट दे रखी है। इन सेवाओं में जुड़े कई श्रमिक असंगिठत होने और उनके परिचय पत्र नहीं होने के बावजूद सुबह शहर की श्रमिक मंडियों में सैकड़ों की तादाद में मजदूर पहुंच गए और बाद में कुछेक को काम मिला और बाकी को वापस घरों की ओर लौटते नजर आए। नाकों पर पुलिस करती रही मशक्कत: बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही बढऩे से नाकों पर लगी पुलिस की परेशानी भी खूब बढ़ गई। हर एक वाहन चालक को रोक कर पूछताछ के बाद जाने दिया जा रहा था। जिससे सडक़ों पर जाम वाली स्थिति बन गई। कमिश्ररेट पुलिस ने 30 जगहों पर नाके लगा रखे है। पावटा, जालोरी गेट, सोजती गेट, आखलिया, महामंदिर, मंडोर, 12 वीं रोड, जलजोग चौराहा के साथ शहर के अधिकांश इलाको में पुलिस ने नाकेबंदी कर रखी है। मगर यहां पर जाम वाली स्थिति देखी गई। दुकानें बंद, मगर भीड़ अनियंत्रित: ज्यादातर प्रतिष्ठान बंद रहे। मगर जो भी दुकानें गाइड लाइन के अनुसार खुली वहां पर लोगों का जमावड़ा बना रहा। किराणा दुकानों, दूध डेयरी उत्पादों के साथ ही मेडिकल की दुकानों पर भी लोगों की काफी आवाजाही रही। विशेष कर किरणा और दूध डेयरी पर लोगों की भीड़ देखी गई। काला बाजारी के संकट: कोरोना को लेकर जिस प्रकार से राज्य सरकार ने गाइड लाइन जारी है उससे लगता है कि कालाबाजारी एक बार फिर से बढऩे के आसार है। नशे के आदी हो चुके लोगों को कीमतों में बढ़ोत्तरी नजर आने लगी है। शराब ठेके पर भी चोरी छुपे शराब बेची जा रही है। जोकि अनुमानित कीमत से ज्यादा ली जा रही है। हालांकि सरकार ने शाम पांच तक ठेकों को खोलने के आदेश जारी किए है। ऐसे में इसकी कालाबाजारी जोरों पर बनी रह सकती है। तंबाकू उत्पादों पर अभी दो दिन से ज्यादा कीमत वसूल की जा रही है। हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/ ईश्वर

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