kota-thermal39s-dry-wood-will-be-cremated-free
kota-thermal39s-dry-wood-will-be-cremated-free

कोटा थर्मल की सूखी लकड़ियों से होगा निःशुल्क अंतिम संस्कार

सोमवार को थर्मल प्रशासन ने 4000 किलो सूखी लकड़ियां नगर निगम को सौंपी कोटा, 03 मई (हि.स.)। सामाजिक सरोकार के तहत कोटा सुपर थर्मल पावर स्टेशन ने सोमवार को नगर निगम कोटा को दो ट्रक सूखी लकडी भेजी है। थर्मल के मुख्य अभियंता वीके गोलानी ने प्लांट परिसर में आंधी के दौरान टूटे पेडों की सूखी लकडियों के समुचित निस्तारण के लिये उन्होंने कुछ दिन पहले जिला कलक्टर उज्जवल राठौड को पत्र भेजकर दिशानिर्देश देने का आग्रह किया था। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में घोषणा की थी कि राज्य में कोरोना महामारी से मृत्यु हो जाने पर उनके अंतिम संस्कार की व्यवस्था सरकार द्वारा की जायेगी। इसके तहत जिला कलक्टर ने नगर निगम की आयुक्त कीर्ति राठौर व लाडपुरा तहसीलदार को निर्देश दिये कि वे कोटा थर्मल से एकत्रित सूखी लकड़ियों को शहर के मुक्तिधामों तक पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। थर्मल के उपमुख्य अभियंता आर.एन.गुप्ता ने विभागीय अधिकारियों से संपर्क कर लकडियां निःशुल्क भिजवाने में सहयोग किया। नगर निगम के अधिकारियों ने सोमवार को निगम के दो ट्रक कोटा थर्मल में भेजकर लगभग 4000 किलो लकडियां विभिन्न मुक्तिधामों में पहुंचाई। शहर के नागरिक संगठनों ने कोरोना महामारी में कोटा थर्मल द्वारा किये जा रहे नेक प्रयासों को सराहनीय पहल बताया। केशवपुरा मुक्तिधाम के ठेकेदार ने बताया कि एक अंतिम संस्कार के लिये लगभग 3500 रुपये सूखी लकड़ियों पर खर्च होते हैं। कोटा थर्मल के अधिशासी अभियंता एस.एन.सिह ने बताया कि प्लांट परिसर में लंबे समय से आंधी-तूफान में टूटे लगभग 200 पेडों की सूखी लकड़ियों को एकत्रित किया जा रहा हैं, जिनका कोरोना पीडितों के अंतिम संस्कार में निःशुल्क उपयोग किया जा सकेगा। हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद/संदीप

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in