जैन साध्वी अर्चना कंवर ने संथारा के बाद देह त्यागी, महा प्रयाण यात्रा आज
भीलवाड़ा, 06 जनवरी (हि.स.)। भीलवाड़ा शहर के काशीपुरी स्थित शीतल स्वाध्याय भवन में जैन साध्वी अर्चना कंवर मसा ने पिछले पांच दिन से संथारा ले रखा था बुधवार सुबह उन्होंने देह त्याग दी। अध्यक्ष मानसिंह भंडारी ने बताया कि राजस्थान प्रवर्तिनी सद्गुरुवर्या यश कवर मसा की सुशिश्या साध्वी अर्चना कंवर ने मसा का 5 दिन का संथारा आज सुबह 3.15 बजे पूरा किया। मीडिया प्रभारी मनीष बम्ब ने बताया की साध्वी अर्चना कंवर की महाप्रयाण यात्रा आज दोपहर 12.15 शीतल स्वाध्याय भवन से मुरली विलास रोड, रेलवे स्टेशन के बाहर से, कलेक्ट्री रोड सत्यम कॉम्प्लेक्स, छोटी पुलिया के पास आरसी व्यास होते हुए पालडी रोड कोठारी नदी पुलिया पर पहुंचेगी। श्वेतांबरजैन समाज के धर्मग्रंथों के अनुसार साधु साध्वी का स्वयं की इच्छा से देह त्यागने का नाम ही संथारा है। मान्यता है कि साधु साध्वी को धर्म आराधना करते हुए अपनी उम्र पूरी होने का पूर्वानुमान हो जाता है। वे तब से ही संथारा करने लगते हैं। संथारा के दर्मियान अन्न-जल का पूर्णतया त्याग करना होता है। वे मौन रहकर सिर्फ धर्म आराधना करते अपना बचा हुआ समय व्यतीत करते हैं। हिन्दुस्थान समाचार/मूलचन्द/संदीप-hindusthansamachar.in