भारतमाला परियोजना में बालोतरा के पास सडक़ निर्माण में मिली अनियमितताएं
जयपुर, 22 फरवरी (हि. स.)। राज्य राजस्व आसूचना निदेशालय (एसडीआरआई), खान एवं भू-विज्ञान विभाग बाड़मेर एवं परिवहन विभाग बालोतरा की बाड़मेर जिले में बालोतरा एवं पचपदरा के पास क्षेत्र में मैसर्स एनकेसी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड गुडग़ांव तथा मैसर्स वीआरसी वीएलसी सीआईएल नई दिल्ली के साईट ऑफिस पर की गई संयुक्त जांच कार्यवाही में खनिज की रॉयल्टी, वाहनों के बकाया कर एवं सडक़ परियोजना में उपयोग में ली गई सामग्री पर जीएसटी अपवंचना से सम्बन्धित कई अनियमितताएं सामने आने की संभावना है। एसडीआरआई के महानिदेशक आनन्द स्वरूप ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अमृतसर-जामनगर ईकोनॉमिक कॉरिडोर के 6 लेन सडक़ निर्माण किलोमीटर -1+142 से 21+000 देवगढ़ नियर धाधनिया राजस्थान-गुजरात सीमा के सेक्शन एनएच 754के के पैकेज 1 में मैसर्स वीआरसी वीएलसी सीआईएल नई दिल्ली के रोडवाकलां (पचपदरा) स्थित साईट ऑफिस का संयुक्त दल बनाकर सडक़ निर्माण कार्य का निरीक्षण किया गया। जहां पर मेसेनरी स्टोन का 38696 मैट्रिक टन एवं बजरी का 7644 मैट्रिक टन भण्डारण पाया गया। कम्पनी द्वारा खान विभाग से एसटीपी आदि प्राप्त कर मिट्टी, बजरी व मेसेनरी स्टोन का सडक़ निर्माण कार्य में उपयोग किया जा रहा है। जिसकी जांच निदेशालय स्तर पर की जा रही है। इसी प्रकार परियोजना के पैकेज संख्या 3 में निकट ग्राम होटलू तहसील-पचपदरा स्थित मैसर्स एनकेसी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड गुडग़ांव के साईट ऑफिस पर सडक़ निर्माण कार्य का निरीक्षण किया गया। जिसमें पाया गया कि कम्पनी द्वारा सडक़ निर्माण कार्य में उपयोग में ली जा रही मेसेनरी स्टोन की गिट्टी की कुल मात्रा लगभग 39478 मैट्रिक टन एवं बजरी की कुल मात्रा 1176 मैट्रिक टन का साईट ऑफिस पर एवं आसोतरा स्थित कम्पनी की अन्य साईट पर 72275 मैट्रिक टन का मेसेनरी स्टोन का अनियमित भण्डार किया गया है। कम्पनी द्वारा जिसके आवश्यक दस्तावेज़ मौके पर उपलब्ध नहीं कराए गए। इससे प्रतीत होता है कि कम्पनी द्वारा भण्डारण किए गए मेसेनरी स्टोन एवं बजरी पर नियमानुसार रॉयल्टी नहीं चुकाई गई है। जिसकी रॉयल्टी मय पेनेल्टी राशि लगभग 3 करोड़ 17 लाख रुपए कम्पनी से प्राप्त होने की संभावना है। एसडीआरआई टीम द्वारा कन्सट्रक्शन कम्पनी के जीएसटी से सम्बन्धित दस्तावेजों की जांच की गई। मैसर्स एनकेसी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड गुडग़ांव द्वारा मेसेनरी स्टोन का अनियमित भण्डारण किया जाना पाया गया। जिस पर कर एवं आरसीएम के तहत बनने वाले कर दायित्व की कर अपवंचना पाई गई है। एसडीआरआई टीम द्वारा परियोजना में संचालित वाहनों/कन्स्ट्रक्शन उपकरण के दस्तावेज़ों की जांच की गई। मैसर्स एनकेसी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड गुडग़ांव के बेस कैम्प मैनेजर से परियोजना में कार्यरत वाहनों की जांच की गई। जांच के दौरान कुल 55 वाहनों का संचालन बिना राजस्थान में कर जमा कराए पाया गया। जिला परिवहन अधिकारी बालोतरा द्वारा उपलब्ध कराए गए उडऩदस्तों द्वारा सभी 55 वाहनों के चालान बनाकर मौके पर ही डिटेन किया गया। इसी प्रकार मैसर्स वीआरसी वीएलसी सीआईएल नई दिल्ली के साईट ऑफिस पर कार्यरत वाहनों की जांच में 10 वाहनों का संचालन बिना कर जमा कराए पाया गया। सभी वाहनों के चालान बनाकर मौके पर ही डिटेन किया गया। वाहनों में मुख्यत: ग्रेडर, सोईल कॉम्पेक्टर, टीपर, न्यूमेटिक रोड रोलर, टैक्टर डोजर, टैक्टर, ट्रांजिट मिक्सर, बोलेरो कैम्पर, जेसीबी, लोडर एवं हाइड्रा क्रेन सम्मिलित है। दोनों ही कार्यवाही से लगभग 45 लाख रुपये राजस्व प्राप्ति की संभावना है। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप