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वह देख नहीं सकते थे तो चिकित्सक ने स्वयं का वाहन भेज चिकित्सा केंद्र पर लाकर टीका लगाया

बांसवाड़ा, 10 जून (हि.स)। शहर के क्षेत्रपाल रोड निवासी मुकेश भटट आंखों से देख नहीं पाते। विकलांग भी है। वे वैक्सीन लगवाना चाहते है, लेकिन जाए कैसे। मुकेश का कहना है कि वह मोबाइल नहीं चला सकते, इसलिए पंजीकरण उनके लिए संभव नहीं था। इस पर वह वेक्सीनेशन करवाने के लिए साथियों से बातकर प्रयास कर रहे थे। यह जब आंबावाड़ी पीएचसी में निशुल्क सेवाएं दे रहे डाॅ मनुव्वर हुसैन को मालूम चली तो उन्होंने सबसे पहले वस्तुस्थिति के बारे में पता लगाया। फिर अपने स्वयं का वाहन भेजकर मुकेश ही नहीं बल्कि परिवार के छह सदस्यों को आंबावाड़ी अस्पताल लाए। यहां पर उन्होंने सभी का वेक्सीनेशन करवाया। डाॅ मनुव्वर हुसैन की यह भावना पूरे दिनभर अस्पताल खेमे में चर्चा का विषय बना। वहां पर पहले से वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे लोगों ने जब यह दृश्य देखा तो सभी ने डाॅ हुसैन को इस सहयोग के लिए अभिवादन किया। डाॅ हुसैन ने कहा कि कोई भी मरीज हो या वैक्सीनेशन के लिए परेशान हो रहा हो तो मैं देख नहीं सकता। उन्होंने कहा कि दूसरों की मदद करने में ही सुकून मिलता है। उल्लेखनीय है कि डाॅ मनुव्वर हुसैन कोरोना काल की शुरूआत के साथ ही आंबावाड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में निशुल्क अपनी सेवाएं दे रहे है। यहां तक की उन्होंने वैक्सीनेशन में भी निशुल्क सहयोग दिया है। जबकि वह स्वयं एक बिजनेसमैन भी है, लेकिन कोविड़ के दौरान वह चिकित्सा सेवाओं के लिए जुटे हुए हैं। हिंदुस्थान समाचार/सुभाष/संदीप

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