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राज्यस्तरीय बालिका पुरस्कार समारोह में बोर्ड परीक्षाओं में श्रेष्ठ अंक लाने वाली बालिकाएं सम्मानित

जयपुर, 16 फरवरी (हि.स.)। राज्य स्तरीय बालिका पुरस्कार समारोह मंगलवार को इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान सभागार में आयोजित हुआ। बालिका शिक्षा फाउंडेशन की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा थे। उन्होंने कार्यक्रम में बोर्ड परीक्षाओं में श्रेष्ठ अंक लाने वाली बालिकाओं को सम्मानित किया। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अब गरीब परिवार भी बेटियों को पढ़ाता है। मेरिट में बेटियों का परिणाम आगे रहता है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार बेटियों की शिक्षा को आगे बढ़ा रहे हैं। सरकार बेटियों की शिक्षा के लिए 8 योजनाएं चला रही है। कक्षा 12 तक की बालिकाओं को इन योजनाओं का लाभ मिलने लगा है। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए पुरस्कार राशि में सरकार ने बढ़ोतरी की है। कोरोना काल में भारत सरकार के उपक्रम काम में लिए गए। 10वीं और 12वीं पर कोरोना काल में संकट था, लेकिन राजस्थान सरकार ने मुश्किल समय में भी परीक्षा करवाई। कांग्रेस सरकार ने शिक्षा को बेहतर बनाने का प्रयास किया है। 50 साल पहले ग्रामीण परिवेश में लडक़ों को पढऩे भेजते थे, लेकिन बालिकाओं को पढ़ाई के लिए नहीं भेजा जाता था, लेकिन अब यह फर्क समाप्त हो चुका है। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सुधार हुआ है। राजस्थान में पुरस्कार पाने में अब की बार बेटियों ने बाजी मारी है। राज्य स्तरीय बालिका पुरस्कार समारोह में शिक्षा मंत्री डोटासरा ने बेटियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने सरकार की ओर से 10वीं और 12वीं की छात्राओं को 8 श्रेणियों में 1 लाख तक की पुरस्कार राशि देकर उनकी हौसला अफजाई की। डोटासरा ने कहा कि 1 लाख 77 हजार 992 बालिकाओं का सम्मान किया जा रहा है। इस बार जयपुर और सीकर की बालिकाओं ने बाजी मारी है। राजस्थान सरकार अब इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी योजना का दायरा बढ़ाएगी। वोकेशनल प्रोग्राम में अभी बालिकाओं को पुरस्कार दिए जाएंगे। इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी पुरस्कार के तहत राशि दी जाएगी और पुरस्कार राशि भी बढ़ाई जाएगी। डोटासरा ने कहा कि हमारी सरकार बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हमेशा प्रयत्नशील रही है। प्रतिवर्ष 100 करोड़ रुपए बालिका फाउंडेशन से बालिकाओं की शिक्षा के लिए खर्च किया जाता है। बालिकाओं को पुरस्कार देने से उनका मनोबल बढ़ता है। सरकारी योजनाओं में जल्द ही 1 से 8वीं तक की बच्चियों को भी शामिल किया जाएगा। 2000 की सम्मान राशि को 5000 तक बढ़ाया जाएगा। डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत की मंशा है कि राजस्थान में शिक्षा के नए आयाम स्थापित हो। राज्य सरकार ने कोरोना काउंट में भी केंद्र सरकार को शिक्षा के लिए सुझाव दिया था, जिसके बाद रेडियो के जरिए पढ़ाई शुरू की गई। रीट परीक्षा तिथि बढ़ाने के मामले को लेकर उन्होंने कहा कि मामला हाईकोर्ट में चल रहा है। हाईकोर्ट का निर्णय आने के बाद ही सरकार के स्तर पर निर्णय किया जाएगा। 25 अप्रैल को महावीर जयंती होने की वजह से समाज के लोगों की ओर से सरकार को पत्र लिखा गया है, इस पर चर्चा की जाएगी। आवश्यकता हुई तो मुख्यमंत्री के स्तर पर चर्चा कर फैसला किया जाएगा। स्कूलों की ओर से 100 प्रतिशत फीस वसूली के मामले पर डोटासरा ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के फैसले का सम्मान हैं। अभी फाइनल डिसीजन नहीं हुआ है। आवश्यकता पडऩे पर उच्चतम न्यायालय तक सरकार का पक्ष पहुंचाया जाएगा। अभिभावक भी अपनी बात कोर्ट के सामने रखेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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