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कोरोना महामारी के चलते 11 लाख शिक्षकों व कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति कमजोर

बीकानेर, 11 अप्रैल (हि.स.)। स्कूल शिक्षा परिवार के तत्वाधान में शिक्षकों ने विधायक कार्यालय पहुंचकर विधायक सुमित गोदारा, राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी एवं सांसद सेवा केंद्र पहुंचकर अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। शिक्षकों ने ज्ञापन के जरिए अपनी मांग रखते हुए बताया कि सत्र 2020-21 का आरटीई के तहत अध्ययनरत विद्यार्थियों का पुनर्भरण किया जाए। वही बिना परीक्षा व नोड्यूज के किसी भी कक्षा को प्रमोट नहीं किया जाए। कोरोना महामारी के चलते 11 लाख शिक्षकों व कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है। यहां तक की उनका परिवार का पालन पोषण करने में भी वे असमर्थ हो गए हैं। स्कूल शिक्षा परिवार के प्रदेश सदस्य मनोज सिंह राजपुरोहित ने बताया कि 24 नवंबर 2020 को सचिवालय में शिक्षा मंत्री से हुई वार्ता में बनी सहमति से रिजर्व फंड राशि अभी तक लौटाई नहीं गई है। जिसे लौटाया जाए। मीडिया प्रभारी सुरेंद्र डागा ने कहा कि राज्य सरकार नई गाइडलाइन तय करे जिससे स्कूलों में बच्चे सीमित संख्या में आ सके जिससे कि शिक्षकों व शिक्षकों के परिवार का पालन पोषण चलता रहे। शहर अध्यक्ष सवाई सिंह राजपुरोहित व देहात अध्यक्ष खिया राम सैंन ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षकों की आजीविका बचाने के लिए कुछ कदम उठाने होंगे, वरना कोरोना बीमारी से बचेंगे तो भुखमरी से मर जाएंगे। साथ ही कंटेन्मेंट जोन के बाहर के स्कुलों को चलाने की अनुमति मिलनी चाहिये। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ ईश्वर

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