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राजस्थान में दिनोंदिन विस्फोटक होते जा रहे कोरोना के हालात, संक्रमण दर चार सप्ताह में दोगुनी

जयपुर, 04 अप्रैल (हि. स.)। राजस्थान में कोरोना महामारी के संक्रमण की दूसरी लहर में नए मरीजों में वृद्धि के साथ सक्रिय केसों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मार्च में हर सप्ताह सक्रिय केस 56 प्रतिशत की औसत दर से बढ़ रहे हैं। बीते 6 दिन में ही राज्य में 4 हजार 679 सक्रिय केस बढ़े हैं। फरवरी अंत तक राज्य में कुल 1308 ही सक्रिय केस थे, जो शनिवार तक बढक़र 11 हजार 738 पर पहुंच गए है। संक्रमण दर की तेजी को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 15 से 20 दिन तक सख्ती बरतने के संकेत दिए हैं। सख्ती की बड़ी वजह यह है कि राजस्थान में एक सप्ताह के भीतर 8 हजार केस मिले हैं, जबकि 16 मरीजों की संक्रमण से मौत हो चुकी है। राजस्थान में शनिवार को सबसे अधिक 1675 मरीज मिले हैं, जो 7 दिसंबर के बाद अब तक मिले आंकड़ों में सबसे अधिक है। राज्य में बिगड़ते हालातों को देखते हुए सरकार ने जयपुर समेत नाइट कफ्र्यू तो पहले से ही लगा दिया है। शनिवार को सीएम ने अफसरों के साथ ऑनलाइन बैठक की थी, जिसमें सरकार ने ज्यादा सख्ती के संकेत दे दिए हैं। आंकड़ों को देखे तो साफ होता है कि राज्य में पॉजिटिविटी रेट 6 से 12 मार्च तक 1.29 प्रतिशत था, जो 13 से 19 मार्च के बीच 1.78 प्रतिशत, 20 से 26 मार्च के बीच 2.18 प्रतिशत तथा 27 मार्च से 2 अप्रैल के बीच 3.71 प्रतिशत हो गया। सबसे ज्यादा संक्रमित भी इसी सप्ताह मिले हैं। कोरोना संक्रमण के लिहाज से जोधपुर, कोटा, सिरोही, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, बारां, राजसमंद, डूंगरपुर और बांसवाड़ा सर्वाधिक प्रभावित है। प्रदेश में 28 मार्च को 1081, उनतीस मार्च को 902, तीस मार्च को 665, इकत्तीस मार्च को 906, एक अप्रैल को 1350, दो अप्रैल को 1422 तथा तीन अप्रैल को 1675 नए मरीज मिले। कुछ दिनों से जिस तरह से संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, उसे देखकर लग रहा है कि राज्य में दोबारा दिसंबर 2020 जैसे हालात बन रहे हैं। जयपुर में कोरोना आउट ऑफ कंट्रोल होता जा रहा है। यहां साढ़े तीन महीने बाद 350 के पार मरीज पहुंच गए हैं। दिसंबर में राज्य में हर रोज औसतन 1296 मरीज मिल रहे थे। पिछले सात दिन से रोजाना औसतन 1143 मरीज मिल रहे हैं। राज्य में बिगड़ते हालातों को देखते हुए सरकार ने सक्रिय केस बढऩे के बाद प्राइवेट अस्पतालों में बेड भी रिजर्व रखवाने शुरू कर दिए हैं। पिछले एक माह में रिकवरी रेट भी तीन फीसदी नीचे आ गई है। फरवरी अंत तक प्रदेश में रिकवरी रेट 98.72 फीसदी थी, जो शनिवार को गिरकर 95.68 प्रतिशत पर आ गई है। जयपुर में कोरोना के दिनों-दिन नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। इस साल शनिवार को राजधानी में 367 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। करीब साढ़े तीन माह बाद जयपुर में कोरोना के 300 से ज्यादा केस मिले हैं। इससे पहले जयपुर में आखिरी बार 300 से ज्यादा मरीज पिछले साल 16 दिसंबर को आए थे। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप

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