
डूंगरपुर, 22 मई (हि.स.)। डूंगरपुर जिले में बच्चो के कोरोना संक्रमित होने के मामले को गम्भीरता से लेते हुए राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग राजस्थान सरकार जयपुर ने संज्ञान लिया है। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग राजस्थान सरकार की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने शनिवार को पुरे मामले की जानकारी लेते हुए आयोग सदस्य डॉ. शैलेन्द्र पण्ड्या, जिला कलेक्टर डूंगरपुर सुरेश ओला एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से दूरभाष पर चर्चा करते हुए आयोग द्वारा इस संदर्भ में जारी गाइडलाइन की गम्भीरता से पालना जिले में करवाने के निर्देश दिए। जिले में आवश्यक रूप से चाइल्ड डेडीकेट कोविड सेंटर बनवाने के साथ आवश्यक दवाईया, उपकरण एवं चिकित्सक उपलब्ध रहे एवं किसी अन्य राज्य स्तरीय सहयोग की आवश्यकता हो तो आयोग को तुरंत सूचित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि हर एक बच्चे की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। राजस्थान बाल आयोग के सदस्य डॉ. शैलेन्द्र पण्ड्या ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में जो बच्चे कोरोना संक्रमित है वे अधिकतम अपने परिवारजनों के साथ ही घर पर ही उपचार ले रहे है, परन्तु हमे हमारे समस्त अस्पताल एवं चिकित्सा सुविधाओ को पुख्ता करते हुए पूरी तैयारी रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 0-18 वर्ष के बच्चो के लिए पृथक से उनके अनुसार हर व्यवस्था सुनिश्चित हो आयोग हर जिले में इसकी ट्रेकिंग कर रहा है। डॉ. पण्ड्या ने डूंगरपुर जिले की बाल कल्याण समिति एवं सहायक निदेशक बाल अधिकारिता को जिले की नियमित जानकारी रखते हुए आयोग को सुचना प्रेषित करने की बात कही। हिन्दुस्थान समाचार / संतोष व्यास/ ईश्वर