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बजट घोषणाएं मात्र कागजी पुलिन्दा- देवनानी

अजमेर, 24 फरवरी(हि.स.)।पूर्व शिक्षा मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता वासुदेव देवनानी ने बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा प्रस्तुत बजट को मात्र कागजी घोषणाओं का पुलिंदा बताते हुए कहा कि बजट जनता को राहत देने के बजाय झूठे भ्रमजाल में उलझाने वाला है। देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट में कई लोकलुभावन घोषणाएं तो की है परन्तु उनके पिछले 2 बजट में की गई घोषणाओं में से ही 35 प्रतिशत घोषणाएं अभी तक धरातल पर नहीं उतर सकी है और बाकी बची घोषणाएं भी अभी प्रक्रियाधीन ही है। इस बजट में भी मुख्यमंत्री ने जो बंपर घोषणाएं की है उनमें से कितना और कब तक धरातल पर उतार पाएंगे यह कहना अभी जल्दबाजी होगी। प्रदेश के बजट से युवाओंए बेरोजगारोंए महिलाओं सहित तमाम वर्गों को निराशा हाथ लगी। ना तो आसमान छूती बिजली की दरों में कोई राहत दी गई और ना ही पेट्रोल.डीजल पर वेट घटाकर बढ़ती महंगाई से कोई राहत दी गई है जबकि राजस्थान में पड़ौसी राज्यों की तुलना में ये दोनों दरें बहुत अधिक है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने इस बजट में भी बेरोजगारों के साथ छलावा किया है। बजट में 50 हजार भर्तियां करने की घोषणा की गई है लेकिन पिछले बजट में घोषित 1 लाख 28 हजार में से मात्र 52 हजार पदों पर भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू की गई है तथा उनमें से अभी तक एक भी पद पर नियुक्ति नहीं दी गई है। एसे में नये 50 हजार पदों की भर्ती की घोषणा स्वप्न ही प्रतीत होती है जबकि देश में सर्वाधिक बेरोजगार राजस्थान में है। देवनानी ने कहा कि बजट में अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोलने की फिर घोषणा की गई है परन्तु हकीकत में कर क्या रहे है। पहले से संचालित स्कूलों को बंद करके या एसा भी कह सकते है कि उनके माध्यम को अंग्रेजी माध्यम में बदला जा रहा है। उन्होंने कहा, अन्नदाता को राहत देने के नाम पर होहल्ला खूब किया गया लेकिन जब देने की बारी आई तो पीछे हट गई। मुख्यमंत्री जी ने पिछले बजट में किसानों को दिन में बिजली देने का राग अलापा था लेकिन वर्ष भर किसानों को कड़ाके की ठण्ड में भी रात में ही बिजली दी गई। किसानों के बिजली बिल में 833 रुपये प्रतिमाह की दी जा रही सबसिडी को फिर से चालू करने के बारे में कोई घोषणा नहीं की गई। हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/संदीप

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