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पुजारी को न्याय दिलाने के लिए मुख्यमंत्री को ढूंढने के लिए भाजपा का लालटेन मार्च

जयपुर,10 अप्रैल (हि.स.)। दौसा जिले के महुआ के शम्भू पुजारी को न्याय दिलाने की मांग को लेकर राजधानी जयपुर के सिविल लाइन फाटक पर भाजपा के धरने का शनिवार को तीसरा दिन था। लेकिन धरने का कोई हल नहीं निकला है। पुजारी को न्याय दिलाने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को नींद से जगाने एवं ढूंढने के लिए भाजपा नेताओं ने लालटेन रैली निकाली, जिसमें सांसद डाॅ. किरोड़ी लाल मीणा, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. अरूण चतुर्वेदी, सांसद रामचरण बोहरा, प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच, विधायक कालीचरण सराफ, जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा, पूर्व प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकान्त भारद्वाज, पूर्व महिला आयोग अध्यक्ष सुमन शर्मा, ब्रजकिशोर उपाध्याय इत्यादि नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे। डाॅ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि शम्भू पुजारी को न्याय नहीं मिलने तक भाजपा का धरना जारी रहेगा। यह सरकार ना तो बहन-बेटियों को सुरक्षा दे पा रही है और ना ही मन्दिरों की सेवा करने वाले पण्डित, पुजारी एवं संतों को सुरक्षा दे पा रही है। राज्य सरकार असंवेदनशील है, पुजारी को न्याय दिलाने को लेकर भाजपा का धरना चल रहा है, लेकिन राज्य सरकार की तरफ से अभी तक वार्ता के लिए ना तो कोई प्रस्ताव आया है और ना ही सरकार इस मामले का कोई समाधान निकाल रही है। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार के शासन में पुजारी को प्रताड़ित करने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी करौली के सपोटरा और हाल ही में सवाईमाधोपुर के गंगापुरसिटी में भी पुजारियों पर हमले हुए है, तो स्पष्ट है कि इस सरकार में पण्डित-पुजारी सुरक्षित नहीं है, आये दिन हमले हो रहे हैं। गौरतलब है कि दौसा जिले के टीकरी गांव में मूक बधिर पुजारी की मंदिर की 26 बीघा जमीन की भूमाफियाओं ने रजिस्ट्री करवा ली। आरोप है कि सब रजिस्ट्रार से लेकर पूरा प्रशासन भूमाफियाओं से मिला हुआ था। धोखाधड़ी से जमीन की रजिस्ट्री के बाद पहले से बीमार चल रहे पुजारी की तबीयत और बिगड़ी। ज्यादा तबीयत बिगड़ने पर उसे 29 मार्च को महवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था। प्राथमिक उपचार के बाद उसे 30 मार्च को गंभीर अवस्था में जयपुर रेफर किया गया था। 2 अप्रैल को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिसके बाद से भाजपा सांसद डॉ. मीणा शव को लेकर थाने के सामने पड़ाव डाले हुए थे और उनकी मांग थी कि मृतक शंभू शर्मा की जमीन की रजिस्ट्री षड्यंत्र करने के मामले में तहसीलदार को एपीओ करने के आदेश, मृतक द्वारा पूर्व में दर्ज मुकदमे की धारा 420 में अब धारा 302 को भी जोड़ा जाए। पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले की पड़ताल के लिए तीन टीम गठित हो। षड्यंत्र में लिप्त अपराधियों को जल्दी पकड़ने का आश्वासन और मंदिर माफी की जमीन पर अवैध निर्माण को तोड़े। हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश / ईश्वर

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