ट्विटर पर बाड़े में सरकार हैशटेग से गहलोत सरकार पर हमलावर हो रही भाजपा
ट्विटर पर बाड़े में सरकार हैशटेग से गहलोत सरकार पर हमलावर हो रही भाजपा

ट्विटर पर बाड़े में सरकार हैशटेग से गहलोत सरकार पर हमलावर हो रही भाजपा

जयपुर, 02 अगस्त (हि. स.)। राजस्थान में चल रहे सियासी संकट के बीच गहलोत खेमे के विधायकों को राजधानी जयपुर से जैसलमेर के पांच सितारा होटल में स्थानांतरित करने पर प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी लगातार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमलावर हो रही है। मुख्यमंत्री गहलोत जहां बार-बार पत्रकारों के सामने बयानों में भारतीय जनता पार्टी पर अपनी सरकार को अस्थिर कर गिराने के आरोप लगा रहे हैं, वहीं भाजपा नेताओं ने भी ट्विटर पर बाड़े में सरकार हैशटेग से अभियान छेड़ रखा है। केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां और उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने रविवार को एक के बाद एक ट्वीट कर गहलोत सरकार को आड़े हाथों लिया। केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने अपने ट्वीट में लिखा कि गहलोत सरकार का सार : मौज मस्ती, सैर सपाटा, खाना-पीना, अंताक्षरी खेलना, फिल्म देखना और दूसरों की गलती निकालना! प्रदेशाध्यक्ष डॉ. पूनियां ने लिखा कि कांग्रेस में फूट-सरकार की लूट और मुख्यमंत्री के झूठ से जनता त्रस्त। मुख्यमंत्री जी 5 सितारा में हम होंगे कामयाब से आप कामयाब सिद्ध नहीं होंगे। होटल से बाहर निकलो, जनता के बीच जाओ, जनसेवा करो। आपके झूठे वादों से पीडि़त जनता आप पर नाकामयाब का लेबल लगा चुकी है। उप नेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने तीन ट्वीट किए। उन्होंने लिखा कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि चुनी हुई कांग्रेस सरकार अंर्तकलह के कारण असुरक्षित महसूस कर रही है और जयपुर से जैसलमेर दर-दर भटकने को मजबूर हैं। जब सरकार स्वयं की सुरक्षा करने में ही सक्षम नहीं है तो जनता के लिए स्पष्ट संदेश है कि सब अपनी-अपनी सुरक्षा स्वयं करें। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि राजस्थान के इतिहास में पहली बार है जब किसी सरकार ने जनता के कष्टों पर अपनी आंख-कान सब बंद कर रखी है, सत्ताधरी दल के विधायक पांच सितारा होटल में आराम फरमा रहे हैं और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुंह खुला रखकर अनर्गल बयानबाजी से अपने पद की गरिमा को गिरा रहे हैं। तीसरे ट्वीट में राठौड़ ने लिखा कि सत्ता का नशा कांग्रेस सरकार में इस कदर सिर चढक़र बोल रहा है कि टिड्डी दलों के हमले से दहशत के साये में जीने को मजबूर किसानों की मदद करने तक की सुध ही नहीं रही है। जबकि सरकार ने अपने विधायकों के ऐशो-आराम के लिए खजाने खोल रखें हैं और करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप-hindusthansamachar.in

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