Bird flu infection in 17 districts of Rajasthan, till now 5540 bird-age increase
Bird flu infection in 17 districts of Rajasthan, till now 5540 bird-age increase

राजस्थान के 17 जिलों में सिमटा बर्ड फ्लू का संक्रमण, अबतक 5540 पक्षी काल कवलित

जयपुर, 18 जनवरी (हि.स.)। राजस्थान के आसमान में स्वच्छंद विचरण करने वाले पक्षियों की असामयिक मौतों का सिलसिला रूक नहीं पा रहा है। राज्य में सोमवार शाम तक बीते 24 घंटों में 245 पक्षियों की मौत हुई। इन्हें मिलाकर अब तक राज्य में 5540 पक्षी असमय काल के शिकार बन चुके हैं। राजस्थान के 33 में से 27 जिलों के 267 नमूनों में से अब तक 17 जिलों के 67 नमूनों में एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी हैं। एवियन इन्फ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) के संक्रमण की जद में अब तक 17 जिले राजधानी जयपुर, दौसा, सवाई माधोपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, पाली, सिरोही, कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाड़ा, चित्तौडगढ़़, टोंक, करौली, प्रतापगढ़, झुंझुनूं व भीलवाड़ा आ चुके हैं। भोपाल की रेफरल लैब से इन जिलों में मृत पाए गए पक्षियों के सैम्पल्स की जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू का संक्रमण माना जा चुका हैं। पक्षियों की असामान्य मौतों का सिलसिला सर्वप्रथम राज्य के झालावाड़ जिले में प्रारंभ हुआ था। यहां कौओं की असामयिक मौतों के बाद विभिन्न जिलों में पक्षियों की मौतें होने का सिलसिला शुरू हुआ, जो अब तक जारी है। प्रदेश में 25 दिसम्बर से लेकर सोमवार तक 5540 पक्षी असामयिक मौत के शिकार हो चुके हैं। इनमें 3915 कौएं, 293 मोर, 432 कबूतर तथा 900 अन्य पक्षी शामिल है। राजस्थान से भोपाल की रेफरल लैब को अब तक 27 जिलों से 267 सैम्पल्स भेजे जा चुके हैं, जिनमें से 17 जिलों के 67 नमूने पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। प्रदेश में सोमवार शाम तक गुजरे 24 घंटों में 00 जिलों में 245 पक्षियों की मौतें हुई। इनमें 175 कौएं, 13 कबूतर, 3 मोर तथा 54 अन्य पक्षी शामिल हैं। रविवार को राजधानी जयपुर में 58, अलवर में 20, दौसा व कुचामन सिटी में 2-2, झुंझुनूं में 27, अजमेर व पाली में 5-5, भीलवाड़ा में 10, टोंक में 18, भरतपुर में 8, धौलपुर, झालावाड़, डूंगरपुर व करौली में 1-1, सवाई माधोपुर में 31, श्रीगंगानगर में 11, जोधपुर व बारां में 6-6, बाड़मेर व बूंदी में 7-7, जालोर में 3, कोटा में 15 पक्षियों की मौत हुई। इस दौरान दौसा में 2 तथा अजमेर जिले में 1 मोर की मृत्यु हुई। जबकि अजमेर में 4, झुंझुनूं में 1, कोटा में 5, बूंदी में 3 कबूतर काल का ग्रास बने। भोपाल की रेफरल लैब से राज्य के 7 जिलों की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी हैं। इनमें सीकर, भीलवाड़ा, भरतपुर, चूरु, श्रीगंगानगर, जोधपुर व जालोर जिला शामिल हैं। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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