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उदयपुर नगर निगम की बड़ी कार्रवाई, तुलसी निकेतन की दुकानें सीज

-ऐसे ही अन्य निर्माणों पर भी उठे सवाल -समाज के अंदरूनी विवाद को भी बताया जा रहा है कारण उदयपुर, 05 फरवरी (हि.स.)। उदयपुर नगर निगम ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए हिरण मगरी मुख्य मार्ग पर स्थित तुलसी निकेतन की दुकानें सीज कर दी हैं। बताया जा रहा है कि शिक्षा के लिए आवंटित इस भूमि के व्यावसायिक इस्तेमाल को लेकर यह कार्रवाई की गई है, जिसके बाद ऐसे ही अन्य मामलों में कार्रवाई नहीं होने को लेकर सवाल उठ रहे हैं। साथ ही, तुलसी निकेतन की कार्रवाई में समाज के अंदरूनी विवाद की बात भी सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार गुरुवार शाम को ही इन दुकानदारों को दुकानें खाली करने का नोटिस दिया गया था। दुकानों के बाहर नोटिस चस्पां कर दिए गए थे और शुक्रवार सुबह ही पुलिस बल के साथ नगर निगम के संबंधित अधिकारी-कर्मचारी दुकानें सीज करने पहुंच गए। दुकानदारों ने कहा कि 15-20 साल से वे यहां रोजगार कर रहे हैं। सभी तरह के टैक्स भी भर रहे हैं। यदि कार्रवाई की जानी चाहिए तो तुलसी निकेतन समिति पर की जानी चाहिए, दुकानदारों की रोजी पर क्यों लात मारी गई है। दुकानदारों ने यह भी कहा कि तुलसी निकेतन समिति को लेकर उनके समाज स्तर पर विवाद चल रहा है जो जगजाहिर है। समाज के एक पक्ष ने करीब डेढ़ वर्ष पूर्व तुलसी निकेतन समिति पर अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए प्रेस काॅन्फ्रेंस भी की थी। हालांकि, दुकानदारों की बात को तवज्जो नहीं देते हुए निगम अधिकारियों ने कार्रवाई पूरी की। इस बीच, शहरभर में इस कार्रवाई के बाद लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि इसी तरह शिक्षा के नाम पर आवंटित जमीनों पर अन्य संस्थाएं भी व्यावसायिक गतिविधियां कर रही हैं, उन पर कार्रवाई कब की जाएगी। पूर्व में निगम बोर्ड की बैठक में भी इस मुद्दे पर सवाल उठे हैं। हालांकि, इस पर किसी का कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। बहरहाल तुलसी निकेतन के अंदरूनी विवाद की मार दुकानदारों पर पड़ गई है जो कोरोना महामारी के कारण हुए नुकसान से अभी उबरे नहीं हैं। लॉकडाउन पूरी तरह से हटने के बाद दुकानदारों ने हालही माल मंगवाया था। सालों से किराया लेने वाली संस्था के सदस्य और इस पर अपना दावा करने वाला दूसरा पक्ष भी दुकानदारों के आंसू पौंछने नहीं आया। आनन फानन में दुकानदारों ने दुकानों से माल निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। हिन्दुस्थान समाचार/सुनीता कौशल-hindusthansamachar.in

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