जयपुर, 18 फरवरी (हि.स.)। राजस्थान पटवार संघ द्वारा किए जा रहे शान्तिपूर्ण आंदोलन को राज्य सरकार द्वारा कुचलने के प्रयास किए जा रहे है। महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष आयुदान सिंह कविया एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष के.के. गुप्ता ने संयुक्त बयान जारी कर राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि समय रहते आंदोलनकारी पटवारियों से शीघ्र सकारात्मक वार्ता आयोजित कर न्यायोचित समाधान निकाला जाएं, अन्यथा राज्य कर्मचारी सरकार की बर्बरतापूर्ण कार्यवाही को बर्दाश्त नहीं करेंगे। राज्य कर्मियों को आंदोलन का अधिकार संविधान द्वारा प्रदत्त है जिसे कोई भी सरकार नहीं छीन सकती है। महासंघ के समस्त घटक संगठनों यथा-राजस्थान कृषि पर्यवेक्षक संगठन, राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ, राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत), राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील), राजस्थान सहायक कर्मचारी संघ, राजस्थान पंचायत प्रसार अधिकारी संघ, राजस्थान डेयरी महासंघ, राजस्थान ग्राम विकास अधिकारी संघ, राजस्थान हाउसिंग बोर्ड कर्मचारी संघ, राजस्थान अधिनस्थ कर्मचारी संघ, राजस्थान आयुर्वेद परिचारक संघ, राजस्थान आयुर्वेद नर्सेस, राजस्थान नर्सेज एसोसियेशन, राजस्थान पंचायतीराज कर्मचारी एवं शिक्षक संघ, राजस्थान भू-मापक संघ, राजस्थान भू-निरीक्षक संघ, राजस्थान कृषि स्नातक संघ, राजस्थान पर्यटन विकास निगम कर्मचारी यूनियन, जयपुर नगर निगम टे्रड यूनियन, राजस्थान मिनिस्ट्रिीयल एसोसिएशन आदि सम्बद्ध एवं सहयोगी संगठनों ने सरकार के इस रवैये की निंदा की है एवं राजस्थान पटवार संघ के आंदोलन का समर्थन किया है। महासंघ के प्रदेश महामंत्री तेजसिंह राठौड़ ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा आंदोलनकारियों के साथ किया जा रहा व्यवहार उचित नहीं है। चूंकि राज्य सरकार अपने द्वारा किए वादों से मुकर रही है, इस कारण कर्मचारियों में आक्रोश है। चुनाव पूर्व जारी जन-घोषणा पत्र की क्रियान्विति आज तक लम्बित है। सामंत कमेटी द्वारा दी गई रिपोर्ट आजतक सार्वजनिक नहीं की गई है। राज्य कर्मचारियों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा समय रहते समाधान के उचित प्रयास नहीं किए गए तो महासंघ शीघ्र ही राज्यव्यापी आंदोलन के चरणों की घोषणा करेगा। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ ईश्वर-hindusthansamachar.in