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वन्य जीवों की गणना करने भारतीय वन्य जीव संस्थान के वैज्ञानिकों का दल पहुंचा बीकानेर

बीकानेर, 15 फरवरी (हि.स.)। राजकीय डूंगर महाविद्यालय के प्राणीशास्त्र विभाग एवं भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को वन्य जीव विषयक कार्यशाला का उद्घाटन हुआ। कार्यवाहक प्राचार्य डॉ ए.के. यादव ने बताया कि भारतीय वन्य जीव संस्थान के वैज्ञानिकों का एक दल बीकानेर में वन्य जीवों की गणना कर रहा है उसी के तहत सोमवार को डूंगर कॉलेज में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। दल के प्रभारी वन्य जीव वैज्ञानिक सुतीर्थ दत्ता ने बताया कि बीकानेर के महाजन कोलायत तथा छत्तरगढ़ क्षेत्रों में भ्रमण कर विभिन्न वन्य जीवों की संख्या तथा प्रजाति आदि का अध्ययन किया जावेगा। डा दत्ता ने कहा कि वर्तमान में वैज्ञानिकों का यह दल जैसलमेर जिले में गोडावन पक्षी के संबंध गहन शोध कार्य कर रहा है। संयोजक डॉ प्रताप सिंह ने विषय प्रवर्तन करते हुए घटती हुई वन्य जीवों की संख्या पर गहरी चिन्ता प्रकट की। डॉ प्रताप ने रेगिस्तान में पाये जाने वाले विभिन्न पक्षियों के बारे में विस्तार से अवगत कराया। इस अवसर पर अपने उदबोधन में रवि अग्रवाल ने बताया कि केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के सतत प्रयासों से ही बीकानेर जिले एवं उसके आस पास के क्षेत्रों में वन्य जीवों की गणना की जा रही है। महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के डॉ अनिल छंगाणी ने बताया कि जैवविविधता को बचाये रखने से ही मानव जीवन की रक्षा हो सकेगी। डॉ छंगाणी ने कहा कि कैर कुमटिया सांगरी आदि ऐसी रेगिस्तान वनस्पतियां है जिनके सेवन से शरीर में रोग प्रतिरोधकता क्षमता बढ़ती है। उन्होनें कोरोना जैसी महामारी का कारण जैव विविधता से छेड़छाड़ होना बताया। वन्य जीवों की गणना में भूगर्भ संबंधी जानकारी होना बेहद आवश्यक है। यादव ने इस बाबत नवीनतम तकनीक के उपयोग की महत्ती आवश्यकता पर बल दिया। प्राणीशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राजेन्द्र पुरोहित ने प्रकाश डालते हुए कहा कि वन्य जीवों से प्रेम एवं उन पर दया करने की वर्तमान समय में महती आवश्यकता है। कार्यक्रम में डॉ एच.पी.व्यास ने भी अपने विचार रख कर युवा शोधार्थियों में ज्ञान का संचार किया। इस अवसर पर भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून की तुनीशा, मोहिब, सौरभ, वरूण, तानिया, देवेन्द्र तथा विकास सहित युवा वैज्ञानिकों ने भाग लिया। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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