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संपूर्ण हिन्दू समाज को एकसूत्र में जोड़ेगा भगवान राम का विशाल मंदिर : रंजन

जयपुर, 29 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय बौद्धिक शिक्षण प्रमुख स्वांत रंजन ने कहा कि अयोध्या में बनने वाला श्रीराम मंदिर सैंकड़ों साल की तपस्या का फल है। मंदिर निर्माण के लिए चलाया जा रहा निधि समर्पण अभियान भी श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन की तरह सम्पूर्ण हिंदू समाज को जोडऩे वाला साबित होगा। संघ के वरिष्ठ प्रचारक स्वांत रंजन शुक्रवार को भारत माता मंदिर में पांचजन्य और ऑर्गनाइजर के विशेषांक विमोचन समारोह को संबोधित कर रहे थे। रंजन ने कहा कि आक्रांताओं ने हिंदू समाज का मनोबल तोडऩे के लिए कई बड़े मंदिरो को तोडक़र मस्जिदेे बनाई थीं। अब लम्बे संघर्ष के बाद अयोध्या में भव्य मंदिर बनने से हिंदू समाज का मनोबल फिर से खड़ा होगा। राम मंदिर समर्पण निधि अभियान एकात्मकता का साबित होगा। विमोचन समारोह में विहिप के संगठन मंत्री राजाराम, क्षेत्र मंत्री सुरेश उपाध्याय, संघ के वरिष्ठ प्रचारक कैलाशचंद, प्रांत कार्यवाह गेंदालाल सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे। श्रीराम जन्म भूमि की संघर्ष गाथा को साप्ताहिक पांचजन्य ने विद्वान लेखकों के लेख के साथ विशेषांक के रूप में संजोया है। विशेषांक में अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के गौरव की पुर्नस्थापना की संघर्ष यात्रा से जुड़ी वास्तविक सामग्री, इसके स्वरूप और राम मंदिर की भूमिका पर सामग्री का संयोजन किया गया है। 116 पेज के विशेषांक में 20 लेखकों के आलेख प्रकाशित किए गए हैं। इनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल, डॉ. मनमोहन वैद्य, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नृपेंद्र मिश्र, मीनाक्षी जैन, बलवीर सिंह करुण, सरोज बाला, मालिनी अवस्थी, डेविड फ्राले, फ्रांस्वा गोतिए, स्वामी अवधेशानंद, लालकृष्ण आडवानी, तरुण विजय के आलेखों को सम्मिलित किया गया है। इनके अलावा रज्जू भैया, बाला साहब देवरस, हो. वे. शेषाद्री, अशोक सिंघल, अटल बिहारी वाजपेयी के पूर्व प्रकाशित आलेखों को सम्मिलित किया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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