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राजस्थानी भाषा कला संस्कृति-लोक संगीत के प्रचार प्रसार के लिए साल में 6 फिल्मों का हो निर्माण

बीकानेर, 11 मार्च (हि.स.)। राजस्थानी भाषा कला संस्कृति-लोक संगीत का प्रचार-प्रसार व पोषण को लेकर पूरे साल में 6 फिल्मों का निर्माण में जुटे राजस्थानी फिल्मों के 'भीष्म पितामह' शिरीष कुमार की राजस्थानी फिल्म 'लाडी सैंसू ठाडी' की शूटिंग 11 मई से बीकानेर क्षेत्र मेें होगी। यह जानकारी स्वयं शिरीष कुमार ने गुरुवार को अम्बर रेस्टोरेंट में आयोजित प्रेस-कांफ्रेंस में पत्रकारों को दी। इस अवसर पर बनवारी शर्मा, रमेश तिवाड़ी, विजय सिंह, सांवर सहित अनेक मौजूद थे। शिरीष कुमार ने बताया कि इससे पहले उन्होंने 'बाबो भात भरियो गुजरी को' जो फरवरी में सेंसर हुई है व दूसरी फिल्म 'पीसो स को बाप' की शूटिंग 6 मार्च को ही पूरी हुई है। अब तीसरी फिल्म 'लाडी सैंसू ठाडी' में बीकानेर के कलाकार प्रमुख भूमिका में होंगे। उन्होंने बताया कि इनकी यह अंतिम पारी है जिसमें वो सभी को साथ लेकर युद्धस्थर पर फिल्म निर्माण में जुट गए हैं। उन्होंने सुपर हिट फिल्म सुपात्र बिणनी बनाकर राजस्थानी फिल्म उद्योग की नींव रखी और निरंतर इस क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। साथ ही इनकी प्रमुख फिल्मों में रामू चरणा, लाडो मरुधरा की शान, गुरुकुल, बीरो भात भरण ने आयो जैसी 45 फिल्में व 27 धारावाहिकों की लम्बी सूत्री है। सही मायने में कला को समर्पित राजस्थानी भाषा कला संस्कृति से जुड़े शिरीष कुमार सदैव रंगमंच से जुड़े रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/संदीप

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