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अजमेर निगम समेत भाजपा के 24 और कांग्रेस के 23 बोर्ड बनना तय, दो में एनसीपी, शेष में निर्दलीय बनेंगे किंगमेकर

जयपुर, 31 जनवरी (हि.स.)। राज्य के 20 जिलों में 28 जनवरी को हुए 90 निकाय चुनावों में मतगणना का काम लगभग पूरा हो गया है। नतीजों में अजमेर नगर निगम सहित भाजपा के 24 और कांग्रेस के 23 बोर्ड बनना तय हो गया है। सबसे चौंकाने वाला परिणाम टोंक के निवाई और बीकानेर के नोखा का रहा। यहां एनसीपी ने जीत हासिल की है। शेष निकायों में भाजपा और कांग्रेस को अपना बोर्ड बनाने के लिए निर्दलीयों का सहारा लेना होगा। इनमें 16 निकाय ऐसे हैं, जहां कांग्रेस और भाजपा में से जो भी निर्दलीयों का समर्थन लेने में सफल होगा, वही बोर्ड बना लेगा। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार कुल 3035 वार्डों के लिए हुए चुनाव में शनिवार शाम साढ़े छह बजे तक 1140 वार्ड भाजपा, 01 वार्ड बसपा, 03 वार्ड सीपीआईएम, 1197 वार्ड कांग्रेस, 634 वार्ड निर्दलीय, 46 वार्ड एनसीपी तथा 13 वार्ड रालोपा के उम्मीदवारों ने जीते हैं। राजस्थान के 90 शहरों के चुनावों ने संकेत दे दिया है कि विधानसभा उपचुनाव की लड़ाई बहुत कड़ी होने वाली है। गहलोत सरकार के लिए नतीजे 50-50 हैं। यानी सरकार होने के बावजूद विधानसभा की चारों सीटों पर उपचुनाव जीतने के लिए अब उसे अधिक दम लगाना होगा। भाजपा के लिए चिंता का विषय है क्योंकि वह जिस तरह से गहलोत सरकार को फेल बताते आ रही थी, वैसा निकायों के नतीजों में नजर नहीं आया है। विधानसभा उपचुनाव वाली चार सीटों में से मात्र एक शहर पर उसका कब्जा हुआ है। कांग्रेस 2 जगह जीत गई। चौथा शहर पूर्व विधायक रणधीरसिंह की जनता सेना के खाते में गया है। उपचुनाव वाली विधानसभा सीटों के इलाकों के चारों शहरी निकायों में 49.67 फीसदी वार्ड कांग्रेस ने जीते हैं जबकि बीजेपी केवल 32.90 फीसदी वार्ड ही जीत सकी है। कुल 155 वार्डों में से कांग्रेस 77 वार्ड और बीजेपी 51 वार्ड जीती है। निर्दलीयों और अन्य के खाते में 27 वार्ड गए हैं। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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