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अर्तराज्यी नशा तस्कर गिरोह के 15 लोग गिरफ्तार, 54 करोड़ रुपए की नशीली दवाईयां बरामद

लुधियाना, 19 मार्च (हि.स) पुलिस कमिशनरेट लुधियाना की पुलिस टीम ने अर्तराज्यी नशा तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का दावा है कि 18 दिन तक चलाए गए इस आप्ररेशन से नशों तस्करों का बड़ा नेटवर्क तोड़ा गया है। पुलिस ने इस आपरेशन के दौरान 66 लाख 99 हजार 719 नशीली गोलियां , कैप्सूल, टीके व सिप्र बरामद किए है। जबकि मेरठ के प्रतापपुर इलाके में नशीली दवाईयां का गोदाम पकड़ा है। बरामद की गई नशीली दवाइयों की अवैध ड्रग मार्केट में कीमत 54 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। पुलिस कमिशनर राकेश अग्रवाल ने बताया कि 1 मार्च को थाना डिवीजन नंबर 4 की पुलिस ने अनूप कुमार शर्मा को 1 लाख 29 हजार नशीली गोलियों समेत गिरफ्तार किया था। उसकी पूछताछ के बाद कुलदीप कुमार उर्फ बिजली को 850 नशीली गोलियों, बबलू उर्फ बोबी चोर को 760 गोलियों, कमलजीत सिंह उर्फ कमल को 825 गोलियों, कर्मजीत सिंह उर्फ प्रिंस को 790 गोलियों, कुलविंदर उर्फ बब्बू को 780 गोलियों समेत गिरफ्तार किया गया। इनके खिलाफ अलग अलग थानों में 5 मामलें नशा तस्करी करने के आरोप में दर्ज किए गए है। इसके लिए जवाइंट सीपी दीपक पारिक, एडीसीपी-1 डाक्टर प्रज्ञा जैन, एसीपी सैट्रल वरियाम सिंह, एसीपी नार्थ गुरविंदर सिंह की टीम गठित की गई। बैंक खाते सीज इस मामले की इंवेस्टीगेशन के दौरान इन आरोपियों के पैसे की ट्राजेक्शन करने वाले व कोरियर सप्लाई करने वाले व इनका साथ देने वाले अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया। इन लोगों के बैंक खाते भी सीज कर दिए गए है। जिनको लेकर जांच की जा रही है। गैंग अलग अलग स्थानों जैसे कंपनियों, होल सेलरों, रिटेलरों व अन्य स्थानों से दवाईयां खरीद कर कोरियर कंपनी द्वारा सप्लाई करते थे और पैसे की ट्राजेक्शन अलग अलग स्थानीय ट्रास्पोर्टरों, ऑन लाइन सुविधा से की जाती थी। पूछताछ के दौरान ट्रास्पोर्टरों, कोरियर के गोदाम व अन्य स्थानों का भी पता लगाया जा रहा है। पूछताछ के दौरान अनूप ने बताया कि इन नशीली दवाइयों की सप्लाई मेरठ से की जाती है। जिसके लिए एक टीम गठित कर भेजी गई। इस दौरान पता चला कि जान सैफी एक अन्य आरोपी अफजान सैफी , मोहम्मद सदीक व सूर्य प्रकाश उर्फ चूटन से भारी मात्रा में दवाइयां लेकर आगे सप्लाई करता है। इनसे पूछताछ के बाद मेरठ के प्रतापुर में एक गोदाम मे रेड कर 66,99,719 नशीली दवाईयों, कैप्सूल, टीके व सिप्र बरामद किए गए। जिनका बाजार में मूल्य 18 करोड़ रुपए आंका जा रहा है, आरोपी इसे तीन गुणा कीमत पर बेचते थे। अफीम व हेरोइन की जगह होता है इस्तेमाल पुलिस के अनुसार इन तस्करों की तरफ से जो दवाइयां बेची जाती थी उसका प्रयोग नशा करने वाले अफीम व हेरोइन की जगह करते थे, क्योकि यह नशा सस्ता पड़ता है। जबकि यह दवाइयां बिना किसी डाक्टर की पर्ची के बिना कोई भी नहीं बेच सकता। दर्द निरोधक गोलिया व अन्य नशों की गोलियों तस्कर ऊंचे दाम पर बेचते थे। इन दवाइयों की ओवरडोज से मौत भी हो सकती है और यह नशे की टीके हैपीटाइटस व एड़स का कारण भी बन सकते है, अगर टीके की सीरज या सूइयों का प्रयोग एक दूसरे के लिए किया जाता है। एक नशेड़ी दिन भर में 10 से 12 गोलियों का सेवन करता है। इस नशा तस्कर गिरोह के नेटवर्क को तोड़ने से पंजाब के साथ साथ अन्य राज्यों में भी नशा सप्लाई की चैन टूटेगी, इस चैन के टूटने से हजारों युवाओं की जिंदगी बचेगी। गिरफ्तार किए गए आरोपी यूपी का हेमंत, चंदर नगर का अनूप कुमार व लवलीन शर्मा, हरजीत सिंह उर्फ हरजिंदर, सुमितकुमार, गगनदीप, बब्लू उर्फ रमेश कुमार, कर्मजीत सिंह उर्फ प्रिंस, कुलविंदर कुमार उर्फ बब्बू, कुलदीप कुमार उर्फ बिजली, कमलजीत उर्फ कमल, जान सैफी, फरजान सेठी, सूरज प्रकाश व मोहम्मद सदीक शामिल है। हिन्दुस्थान समाचार/ कुमार/ नरेंदर जग्गा

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