मंत्रियों के बंगलों को रियायत और सामान्यों को जख्म : भाजपा
मंत्रियों के बंगलों को रियायत और सामान्यों को जख्म : भाजपा

मंत्रियों के बंगलों को रियायत और सामान्यों को जख्म : भाजपा

मुंबई, 27 सितंबर (हि.स.)। बिजली बिल को लेकर महाराष्ट्र में तनाव बढ़ता जा रहा है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि बिजली बिल में म॔त्रियों के बंगलों को रियायत दी गई है, जबकि सामान्य ग्राहकों को ज्यादा बिल भेजकर उनके जख्मों पर नमक छिड़का गया है। आर्थिक संकट से जूझ रही सामान्य जनता को कोई राहत नहीं है। विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने आरोप लगाया कि सामान्य जनता भेजी गई अधिक बिजली बिल से हलकान है। किसी की नौकरी नहीं है। कंपनियां बंद हो रही हैं। लोग घर चलाने की जद्दोजहद में कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसे समय में, बिजली बिलों में आम जनता कोई राहत नहीं दी जा रही है। दूसरी ओर बिजली बिल में मंत्रियों के बंगलों को रियायत देकर जरूरतमंदों के जख्मों पर नमक छिड़का जा रहा है। सरकार बड़ों को अहमियत दे रही है। दरेकर ने कहा कि क्या 27 से 30 साल तक शिवसेना का भाजपा के साथ गठबंधन करना मजबूरी थी? शिवसेना सांसद संजय राउत को इस बारे में जवाब देना होगा। शिवसेना हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के मुद्दे पर भाजपा के साथ क्यों थी। साथ ही जवाब देना होगा कि राकांपा और कांग्रेस के साथ महाविकास आघाड़ी सरकार बनाने के लिए शिवसेना की क्या मजबूरी थी, जबकि शिवसेना विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ थी। संजय राउत को इसका जवाब देना चाहिए। राउत का हालिया बयान बताता है कि लोग सुविधाजनक तरीके से बात करना पसंद नहीं करते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साक्षात्कार को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत के बयान पर दरेकर ने कहा कि यह सुर्खियों बने रहने का तरीका है। हिन्दुस्थान समाचार / विनय-hindusthansamachar.in

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