कोरोना मरीजों के बिल में हेराफेरी की होगी जांच
कोरोना मरीजों के बिल में हेराफेरी की होगी जांच

कोरोना मरीजों के बिल में हेराफेरी की होगी जांच

वसई-विरार के निजी अस्पतालों में नियुक्त किए गए मनपा अधिकारी मुंबई, 29 जुलाई, (हि. स.)। पालघर जिला स्थित वसई विरार शहर महानगरपालिका के आयुक्त गंगाधारन डी. ने निजी अस्पतालों की लापरवाही और कोरोना मरीजों के बिलों में हो रही हेराफेरी रोकने के लिए नोडल अधिकारी, ऑडिटर, अकाउंटेंट और अन्य अधिकारियों की नियुक्ति की है। साथ ही बिल का ऑडिट तथा अन्य कई प्रकार के मामलों की जांच में दोषी पाए जाने वाले अस्पतालों पर उचित कार्रवाई के आदेश दिए हैं। मनपा आयुक्त के आदेश के अनुसार सरकार द्वारा निर्धारित बेड फीस ही सभी निजी अस्पतालों को लेना होगा। यदि भुगतान की जांच करते समय किसी प्रकार की गलती पाई जाती है, तो तुरंत ऑडिट टीम को इसकी जानकारी देनी होगी। निजी अस्पतालों में सरकार द्वारा निर्धारित बेड फीस, मास्क, पीपीआई किट आदि चीजों के दर नोटिस बोर्ड पर लिखी है या नहीं ध्यान रखना होगा। महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए पॉजीटिव/ संदिग्ध लक्षण के मरीजों को निजी अस्पताल तुरंत भर्ती करते हैं या नहीं और अन्य बीमारी वाले मरीज अस्पताल में भर्ती न हों इसका विशेष रूप से ख्याल रखना होगा। साथ ही मरीजों को डिस्चार्ज करते समय सूचित करना होगा। अस्पताल में नियुक्त किये गए नोडल अधिकारी को मरीजों के डिस्चार्ज होने से एक दिन पूर्व ही उसके बिल के बारे अकाउंटेंट या ऑडिटर को सूचित करना होगा। वहीं बिल सरकार द्वारा निर्धारित राशि के अनुसार होना चाहिए। अगर सही बिल दिया जा रहा है तो उसी दिन बिल फिर से नोडल अधिकारी को सौंपना होगा। यदि बिल में कोई गड़बड़ी दिखाई देती है तो ऑडिट टीम को तुरंत नियुक्त किये गए वैद्यकीय नोडल अधिकारी को इसकी जानकरी देकर बिल में सुधार कर गलत बिल देने वालों पर उचित कार्रवाई करनी होगी। मनपा प्रभाग समितियों के अकाउंटेंट जिस प्रकार अपने कार्यालय और विकासकार्यों के लिए भुगतान का लेखाजोखा करते हैं उसी प्रकार यहां भी मनपा के नोडल अधिकारी से बिल लेकर उसका परीक्षण कर आगे की जांच के लिए भेजना होगा। अस्पताल में कितने रिक्त बेड हैं उसकी जानकारी मनपा वैद्यकीय नोडल अधिकारी को देनी होगी। साथ यह सभी कार्य मनपा के वैद्यकीय अधिकारी (एमएचओ) से संपर्क कर करना होगा। इसके साथ ही नियुक्त किये गए अधिकारियों को अस्पताल की जांच और शिकायतों पर की गई कार्रवाई का ब्यौरा प्रतिदिन मनपा के मेडिकल हेल्थ आफिस को ईमेल अथवा व्हाट्सअप के जरिये देना होगा। वहीं अगर नियुक्त किये गए अधिकारियों द्वारा शिकायतों पर कार्रवाई नहीं हुई तो इसकी जानकारी मेडिकल हेल्थ ऑफिसर मनपा के अतिरिक्त आयुक्तों के मार्गदर्शन में गठित की गई समिति को देनी होगी। आयुक्त गंगाधरन डी. ने गठित टीम के सभी प्रमुख अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि वे सभी अपनी अपनी टीम की बैठक लेकर जल्द से जल्द कार्य शुरू करें। और वसई विरार शहर महानगरपालिका के सभी प्रभागों में कोरोना इलाज के लिए निर्धारित निजी अस्पतालों के अलावा अन्य अस्पतालों में अगर कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा रहा है तो तत्काल उन अस्पतालों पर कार्रवाई करें। साथ ही उन्होंने ने यह भी कहा है कि अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी आदेश का पालन नहीं करता अथवा विरोध करता है, तो उसपर उचित और दंडनीय कार्रवाई की जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप/ राजबहादुर-hindusthansamachar.in

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