पश्चिम रेलवे की 8513 मालगाड़ियों से 17.47 मिलियन टन माल का परिवहन
पश्चिम रेलवे की 8513 मालगाड़ियों से 17.47 मिलियन टन माल का परिवहन

पश्चिम रेलवे की 8513 मालगाड़ियों से 17.47 मिलियन टन माल का परिवहन

मुंबई, 08 जुलाई, (हि. स.)। 22 मार्च, 2020 से घोषित पूर्ण लॉकडाउन और वर्तमान में जारी आंशिक लॉकडाउन की कठिनतम चुनौतियों के बावजूद पश्चिम रेलवे ने 7 जुलाई, 2020 तक मालगाड़ियों के 8513 रेक लोड करके सराहनीय कार्य किया है, जिनमें पीओएल के 933, उर्वरकों के 1330, नमक के 477, खाद्यान्नों के 90, सीमेंट के 588, कोयले के 334, कंटेनरों के 4191 और सामान्य माल के 41 रेक जैसी विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के रेक मुख्य रूप से शामिल हैं, जिनके माध्यम से पश्चिम रेलवे द्वारा कुल 17.47 मिलियन टन माल उत्तर पूर्वी क्षेत्र सहित देश के विभिन्न राज्यों में भेजा गया। इनके अलावा मिलेनियम पार्सल वैन और मिल्क टैंक वैगनों के 387 रेक, दवाइयों, चिकित्सा किट, जमे हुए भोजन, दूध पाउडर और तरल दूध जैसी विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की मांग के अनुसार आपूर्ति के लिए उत्तरी और उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में भेजे गये। कुल16,763 मालगाड़ियों को अन्य जोनल रेलों के साथ इंटरचेंज किया गया, जिनमें 8,384 ट्रेनें सौंपी गईं और 8,379 ट्रेनों को पश्चिम रेलवे के विभिन्न इंटरचेंज पॉइंटों पर ले जाया गया। इस अवधि के दौरान जम्बो के 1117 रेक, BOXN के 601 रेक और BTPN के 487 रेक सहित अनेक महत्वपूर्ण आवक रेकों की अनलोडिंग पश्चिम रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर मजदूरों की कमी के बावजूद सुनिश्चित की गई। पश्चिम रेलवे द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 23 मार्च से 7 जुलाई, 2020 तक, पश्चिम रेलवे ने 72 हजार टन से अधिक वजन वाली अत्यावश्यक वस्तुओं का परिवहन 385 पार्सल विशेष गाड़ियों के माध्यम से किया, जिनमें कृषि उत्पाद, दवाइयां, मछली, दूध आदि मुख्य रूप से शामिल हैं। इस परिवहन के माध्यम से उत्पन्न आय लगभग 23.16 करोड़ रु. रही है। इस परिवहन के अंतर्गत इस अवधि के दौरान, पश्चिम रेलवे द्वारा 54 मिल्क स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं, जिनमें 40 हजार टन से अधिक का भार था और वैगनों के 100 % उपयोग से लगभग 6.99 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। इसी प्रकार, विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए 27 हजार टन से अधिक भार वाली 321 कोविड -19 विशेष पार्सल ट्रेनें भी चलाई गईं, जिनके लिए अर्जित राजस्व 14 करोड़ रुपये रहा। इनके अलावा, 4355 टन भार वाले 10 इंडेंटेड रेक भी लगभग 100% उपयोग के साथ चलाये गये, जिनसे 2.16 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ। पश्चिम रेलवे ने देश के विभिन्न हिस्सों में लॉकडाउन अवधि के दौरान शुरू की गई विभिन्न समयबद्ध पार्सल विशेष रेलगाड़ियों के परिचालन का सिलसिला लगातार जारी रखा है। इनमें से 8 जुलाई, 2020 को चार पार्सल स्पेशल ट्रेनें, पश्चिम रेलवे के विभिन्न स्टेशनों से रवाना हुईं, जिनमें बांद्रा टर्मिनस - लुधियाना, पोरबंदर - शालीमार और ओखा - चांगसारी स्पेशल ट्रेनों के अलावा एक मिल्क विशेष ट्रेन पालनपुर से हिंद टर्मिनल के लिए रवाना हुई। लॉकडाउन के कारण नुकसान और रिफंड अदायगी : कोरोना वायरस के कारण पश्चिम रेलवे पर कमाई का कुल नुकसान 1635 करोड़ रुपये से अधिक रहा है, जिसमें उपनगरीय खंड के लिए 238.89 करोड़ रुपये और गैर-उपनगरीय के लिए 1396.49 करोड़ रुपये का नुकसान शामिल हैं। इसके बावजूद, 1 मार्च, 2020 से 7 जुलाई, 2020 तक टिकटों के निरस्तीकरण के परिणामस्वरूप पश्चिम रेलवे ने 387.15 करोड़ रु की रिफंड राशि की अदायगी सुनिश्चित की है। उल्लेखनीय है कि इस धनवापसी राशि में, अकेले मुंबई मंडल ने 184.19 करोड़ रुपये से अधिक का रिफंड सुनिश्चित किया है। अब तक, 59.43 लाख यात्रियों ने पूरी पश्चिम रेलवे पर अपने टिकट रद्द कर दिये हैं और तदनुसार उनकी रिफंड राशि प्राप्त कर ली है। हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप/ राजबहादुर-hindusthansamachar.in

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